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Published 00:02 IST, July 21st 2024

'मैंने सर तन से जुदा का नारा नहीं लगाया', नूपुर शर्मा को लेकर गौहर चिश्ती का बड़ा बयान

चिश्ती ने कहा कि 'सर तन से जुदा' का नारा मैंने नहीं लगाया था। मेरा ये नारा था कि 'देखो मेरे नबी की शान बच्चा-बच्चा है कुर्बान।

Reported by: Ravindra Singh
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गौहर चिश्ती ने रिपब्लिक को बताया 'सर तन से जुदा' का नारा मैंने नहीं लगाया | Image: Republic Bharat
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अमर शर्मा

राजस्थानः 17 जून 2022 के दिन अजमेर में 'सर तन से जुदा' का एक नारा लगा जिसके बाद उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या हो गई। इन सब के पीछे गौहर चिश्ती को आरोपी बनाया गया था। बरी होने के बाद गौहर चिश्ती ने रिपब्लिक भारत पर आकर उस नारे की न सिर्फ सच्चाई बताई बल्कि ये भी बताया कि किसी तरह से उन्हें इस साजिश का शिकार बनाया गया था। जब रिपब्लिक भारत ने उनसे पूछा कि आखिर 2 साल और 4 दिन तक उन्हें क्यों सलाखों के पीछे रहना पड़ा तब गौहर चिश्ती ने बताया, 'समाज के कुछ ऐसे कंटक थे जो ये चाहते थे कि मुझे जेल में रखा जाए, प्रताड़ित किया जाए और झूठे केस में फंसाया जाए,  लेकिन न्यायपालिका में जब तक न्याय जिंदा है कोई बेकसूर पराजित नहीं हो सकता।'

जब गौहर चिश्ती ये पूछा गया कि आखिर 17 जून को क्या हुआ था? तो इस सवाल के जवाब में चिश्ती ने बताया कि 17 जून को निजाम गेट पर एक प्रोटेस्ट रखा गया था और उसके पहले हमने आपस में ये बात की थी कि हम केंद्र सरकार और राज्य सरकार से इस बात की मांग करेंगे कि जिसने भी हमारे नबी के खिलाफ गलत टिप्पणी की है उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। हमें इस बात की उम्मीद है और रेहेगी भी कि कोई भी शख्स किसी धर्म पर कोई अराजक टिप्पणी करे तो उसपर सरकार हमेशा कड़ा एक्शन लेगी।


मैंने नहीं लगाया था 'सर तन से जुदा' का नाराः चिश्ती

जब गौहर चिश्ती से पूछा गया कि 'सर तन से जुदा' नारे की सच्चाई क्या है? क्या ये नारा आपने लगाया था? तो इस पर चिश्ती ने जवाब दिया कि मैंने ये नारा नहीं लगाया था। 'सर तन से जुदा' का नारा मैंने नहीं लगाया था। मेरा ये नारा था कि 'देखो मेरे नबी की शान बच्चा-बच्चा है कुर्बान' इस नारे का मलतब है कि जो इतने लोग इकट्ठा हुए थे रैली में जाने के लिए कि वो नबी की शान अपने ईमान और इंसानियत की खातिर जा रहे थे ताकि फिर से कोई नबी की शान के खिलाऐसी गुस्ताखी न करे।


ये 2 साल 4 दिन मैं और मेरा परिवार भूल नहीं सकताः चिश्ती

आपने ये जो 2 साल 4 दिन जेल में बिताए उसके बीच आपको कैसा लगा कि कहीं आपको उकसा कर फंसाया गया या फिर आपके खिलाफ साजिश की गई और आपने इस दौरान अपने परिवार को कितना मिस किया? इसके जवाब में नबी ने कहा कि ये 2 साल और 4 दिन जो मेरी जिंदगी के गुजरे हैं ये मैं और मेरे परिवार के अलावा कोई और नहीं समझ सकता है। अगर आपने कोई गुनाह किया है तो आप 2 साल नहीं 20 साल भी सजा काट लें तो आपको अफसोस नहीं होगा, लेकिन अगर आपने कोई अपराध किया ही नहीं है तो  2 साल 4 दिन के लिए जेल रखा गया हो तो वो लम्हे न तो मुझे शासन लौटा सकता है न प्रशासन लौटा सकता है।


सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा के बयान को ठहराया जिम्मेदारः गौहर चिश्ती

जब गौहर से पूछा गया कि देश में लगाए गए 'सर तन से जुदा' नारों के बाद देश में जो घटनाक्रम हुआ जैसे कि उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या, महाराष्ट्र के अमरावती में गला रेतकर एक और हत्या सहित कई और ऐसे ही मामले सामने आए थे। इन सब घटनाओं के पीछे आप किसको जिम्मेदार मानते हैं?  इस सवाल के जवाब में गौहर चिश्ती ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए नूपूर शर्मा को जिम्मेदार ठहरा दिया। चिश्ती ने कहा, 'मैं कौन होता है किसी को दोषी ठहराने वाला? इसके लिए देश की न्यायपालिका है, लेकिन अगर मैं सच कहूं तो मैंने उस दौरान अपनी आंखों से टेलिविजन समाचार में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी देखी थी जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि कहीं न कहीं इन सभी घटनाओं के पीछे नूपुर शर्मा का बयान शामिल है।'

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20:55 IST, July 19th 2024