पब्लिश्ड 21:33 IST, January 5th 2025
'शीशमहल को पर्यटन स्थल घोषित करे दिल्ली सरकार, जनता देखना चाहती है', BJP नेता प्रवेश वर्मा ने CM आतिशी को लिखा पत्र
बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा ने दिल्ली की CM आतिशी को लिए पत्र में लिखा है, "शीशमहल को पर्यटन स्थल घोषित करें, दिल्ली की जनता देखना चाह रही, शीशमहल कैसा है?"
Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने का वक्त बाकी है। सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। साथ ही एक दूसरे पर जुबानी हमले भी तेज हो गए हैं। इसी बीच बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा ने 'शीशमहल' के बहाने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा साथ ही चिट्ठी चिखकर शीशमहल को पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग कर डाली।
बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को लिए पत्र में लिखा है, "शीशमहल को पर्यटन स्थल घोषित करें, दिल्ली की जनता देखना चाह रही, शीशमहल कैसा है?"
प्रवेश वर्मा ने चिट्ठी में लिखा है, "नई दिल्ली विधानसभा की जनता, जहां पर उनके टैक्स का पैसा लगा, जहां पर उनके विकास का पैसा लगा, वो शीशमहल को देखना चाहते हैं। जब दिल्ली में लॉकडाउन था, ये सारा शीशमहल उस दौरान बन रहा था, ये शर्म की बात है। यहां के लोगों ने मुझे पूछा कैसा है, दिल्ली सीएम ने तो हमें अपने घर नहीं बुलाया, वो शीशमहल कैसा बना है। सीएम आतिशी शीशमहल को पर्यटन स्थल घोषित करें।"
प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि वहां पर लोग देखकर आएं दिल्ली को ठगने वाला, दिल्ली के सपने बेचने वाला, दिल्ली के लोगों के विश्वाघात करने वाले व्यक्ति ने अपना महल कैसे बनाया हुआ है? मैं लोगों को दिखाना चाहता हूं, उनका मुख्यमंत्री कैसे राज में रहता था। मैं चाहता हूं, कल से ही निशुल्क खोला जाए, सारी दिल्ली के लोग वहां पर आएं, उसे देखें, वो देखें, दिल्ली के महाठग की असलीयत क्या है। दिल्ली के ऊपर आपदा वाली स्थिति है, इसे बदलना है। ये मुख्यमंत्री का पहला ही घर है, दिल्ली में कोई भी मुख्यमंत्री का फिक्स आवास नहीं है। केजरीवाल जब मुख्यमंत्री बने उन्होंने सरकारी बंगलों को कब्जे में लेकर तोड़ा, बाउंड्री तोड़ी उनको एक बनाया और तब पैसा लगा।
दिल्ली की जनता देखना चाह रही, शीशमहल है कैसा?- प्रवेश वर्मा
दिल्ली की जनता देखना चाह रही, शीशमहल है कैसा ? अरविंद केजरीवाल एक नंबर के ठग हैं, बहुत झूठ बोलते हैं। दिल्ली में वो कहते हैं उनको काम नहीं करने दिया जाता है, तो वो चुनाव क्यों लड़ रहे हैं? प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन हमको मिलता है, कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ता है।
अपडेटेड 21:33 IST, January 5th 2025