Published 17:29 IST, November 1st 2024
PM मोदी के समर्थन में खुलकर बोले बृजभूषण, कहा-वन नेशन वन इलेक्शन, सनातन की चिंता BJP करती है बाकी...
One Nation One Election: पीएम मोदी ने अपने वक्तव्य में एक राष्ट्र एक चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सरकार इस पर काम कर रही है।
One Nation One Election: देश में एक देश एक चुनाव पर फिर से बहस शुरू हो गई है। सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने अपने वक्तव्य में एक राष्ट्र एक चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सरकार इस पर काम कर रही है।
सरदार पटेल की जयंती पर बोलते हुए पीएम मोदी कहा कि हमारी सरकार द्वारा शुरू की गई हर योजना एकता की भावना को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के लाभ दिया गया, चाहे वह हर घर जल हो, आयुष्मान भारत हो या पीएम आवास योजना हो।
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर काम कर रही सरकार- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी के रूप में 'एक राष्ट्र, एक कर' पहल, 'एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड' और आयुष्मान भारत योजना के रूप में 'एक राष्ट्र, एक स्वास्थ्य बीमा' की सफलता के बाद, उनकी सरकार अब 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर काम कर रही है। यह दृष्टिकोण लोकतंत्र को मजबूत बनाएगा।
एक राष्ट्र एक चुनाव का स्वागत- बृजभूषण शरण सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक राष्ट्र एक चुनाव के बयान पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हम एक राष्ट्र एक चुनाव का स्वागत करते हैं। एक राष्ट्र एक चुनाव की मांग लंबे समय से हो रही है। पीएम मोदी के नेतृत्व में एक राष्ट्र एक चुनाव लागू किया जाएगा। एक राष्ट्र एक चुनाव को लागू करने के लिए बीजेपी को समर्थन मिलेगा। वन नेशन वन इलेक्शन और सनातन की चिंता बीजेपी पार्टी कर रही हैं, बाकियों को चिंता करने की जरूरत नहीं हैं।
One Nation One Election की वकालत करते आए हैं पीएम मोदी
बता दें कि पीएम मोदी (PM Modi) हर मौके पर वन नेशन वन इलेक्शन की वकालत करते आए हैं। पीएम मोदी ने कहा था, 'मैं सभी से एक राष्ट्र एक चुनाव के संकल्प को हासिल करने के लिए एक साथ आने का अनुरोध करता हूं, जो समय की मांग है।
One Nation One Election के क्या हैं फायदे
एक देश एक चुनाव का सबसे बड़ा फायदा यह है कि चुनाव का खर्च घट जाएगा। अलग-अलग चुनाव कराने पर हर बार भारी-भरकम राशि खर्च होती है। बार-बार चुनाव होने से प्रशासन और सुरक्षा बलों पर बोझ पड़ता है, क्योंकि उन्हें हर बार चुनाव ड्यूटी करनी पड़ती है। एक बार में चुनाव निपट जाने पर केंद्र और राज्य सरकारें कामकाज पर फोकस कर सकेंगी। बार-बार वह इलेक्शन मोड में नहीं जाएंगी और विकास के कामों पर ध्यान दे सकेंगी।
Updated 17:29 IST, November 1st 2024