पब्लिश्ड 20:03 IST, December 14th 2024
'कांग्रेस की अगली पीढ़ी ने कैबिनेट के निर्णय को पत्रकारों के सामने फाड़ दिया', PM का राहुल पर हमला
पीएम मोदी ने हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि कांग्रेस समय-समय पर संविधान का शिकार करती रही और अपने स्वार्थ के लिए संविधान की आत्मा को लहूलुहान करती रही है।
PM Modi Attack on Rahul Gandhi: लोकसभा में संविधान पर हुई चर्चा को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने संविधान के साथ छेड़छाड़ की और अपनी मनमानी करने के लिए वो संविधान के मूलभाव को दरकिनार किया। जो काम कांग्रेस या जवाहर लाल नेहरू संविधान सभा में नहीं करवा पाए वो उन्होंने बाद में पीछे से किया। पंडित नेहरू ने देश के सभी मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी कि अगर संविधान हमारे रास्ते में आए तो हर हाल में उसमें परिवर्तन होना चाहिए। पीएम मोदी ने पंडित नेहरू से लेकर राहुल गांधी के अध्यादेश फाड़ने तक को लेकर जमकर हमला बोला।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर संविधान को लेकर हमला बोलते हुए साल 1951 की घटना का जिक्र करते हुए बताया कि उस समय एक पाप किया गया था। जब देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने चेतावनी दी थी कि यह गलत हो रहा है। स्पीकर ने भी कहा था कि यह गलत कर रहे हो। कांग्रेस ने उस समय एक अध्यादेश लाकर संविधान को बदला और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला किया था। पीएम मोदी ने गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये परिवार हर स्तर पर संविधान को चुनौती देता रहा है। देश वासियों को ये जानने का हक है कि उनके शासन में क्या-क्या हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि यह घटना बताती है कि कांग्रेस ने किस तरह संविधान की मर्यादाओं का उल्लंघन किया।
संविधान पर चोट करने में एक परिवार ने कोई कसर नहीं छोड़ी
पीएम ने हमला करते हुए कहा कि एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि 55 वर्षों तक एक ही परिवार का शासन रहा, और इसी दौरान संविधान पर लगातार प्रहार किए गए। इस परिवार की कुविचार, कुरीति और कुनीति की परंपरा ने देश को कई मुश्किलों में डाला. पीएम मोदी ने 1951 की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय जब चुनी हुई सरकार नहीं थी, कांग्रेस ने एक अध्यादेश लाकर संविधान को बदला और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला किया. उन्होंने कहा कि यह परिवार हर स्तर पर संविधान को चुनौती देता रहा है, और देशवासियों को यह जानने का अधिकार है कि उनके शासनकाल में क्या-क्या हुआ.
6 दशकों में 75 बार इस बदला गया देश का संविधान
पीएम मोदी ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि कांग्रेस समय-समय पर संविधान का शिकार करती रही और अपने स्वार्थ के लिए संविधान की आत्मा को लहूलुहान करती रही। बीते 6 दशकों में 75 बार संविधान को बदला गया। जो बीज देश के पहले प्रधानमंत्री ने बोए उसे खाद-पानी देने का काम इंदिरा गांधी ने किया। 1975 में 39वां संशोधन संविधान में किया गया और राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, अध्यक्ष, प्रधानमंत्री के चुनाव के खिलाफ कोई कोर्ट में जा ही नहीं सकता है ऐसा प्रावधान किया गया। देश में आपातकाल के दौरान लोगों के अधिकार छीन लिए गए थे। न्यायपालिका का गला घोंट दिया गया था।
शाह बानो केस को लेकर राजीव गांधी पर बोला हमला
पीएम मोदी ने संविधान को लेकर कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला बोला और शाह बानो प्रकरण में राजीव गांधी द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटे जाने को लेकर कहा, 'जो परंपरा नेहरू जी ने शुरू की, जिसको इंदिरा जी ने आगे बढ़ाया, राजीव गांधी उसे आगे ले गए और संविधान को एक और गंभीर झटका दे दिया। राजीव गांधी ने एक महिला को सुप्रीम कोर्ट से मिले न्याय के बावजूद समानता के भाव को चोट पहुंचाई। भारत की महिला को न्याय देने का काम संविधान की मर्यादा के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया था लेकिन राजीव गांधी ने वोटबैंक की खातिर संविधान की भावना को बलि चढ़ा दिया और कट्टरपंथियों के आगे सिर झुका दिया।'
राहुल गांधी पर भी पीएम मोदी का जोरदार हमला
पीएम मोदी ने इस दौरान कांग्रेस की अगली पीढ़ी यानि की राहुल गांधी को लेकर भी जोरदार हमला बोला। साल 2013 सितंबर के महीने में यूपीएम सरकार ने एक अध्यादेश पारित किया था इसका उद्देश्य उसी साल जुलाई में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित एक आदेश को निष्क्रिय करना था। इस आदेश में कोर्ट ने कहा था कि अगर जन प्रतिनिधि (सांसद या विधायक) किसी मामले में दोषी पाए जाते हैं तो उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाएगी। इस अध्यादेश के लाए जाने के बाद विपक्ष संप्रग सरकार पर हमलावर था। पीएम मोदी ने इस घटना को लेकर राहुल गांधी पर भी हमला बोलते हुए कहा, 'एक पीढ़ी और आगे चलें तो कैबिनेट के निर्णय को पत्रकारों के सामने संसद में राहुल गांधी ने फाड़ दिया था। संविधान के साथ खिलवाड़ करना, न मानना ये तो इस परिवार की आदत सी हो गई थी। एक अहंकारी व्यक्ति के कैबिनेट के निर्णय को फाड़ दे और कैबिनेट अपना निर्णय बदल दे ये कैसे हो सकता है?'
अपडेटेड 20:03 IST, December 14th 2024