sb.scorecardresearch
Advertisement

Published 23:54 IST, October 5th 2024

NEET UG Paper Leak: पेपर लीक मामले में CBI ने दाखिल की दो चार्जशीट, 21 को बनाया आरोपी

NEET यूजी पेपर लीक मामले में CBI ने आज दो चार्जशीट दाखिल की है। दो चार्जशीट में 21 लोगों को आरोपी बनाया है।

Reported by: Digital Desk
Follow: Google News Icon
  • share
NEET Paper Leak
नीट पेपर लीक मामले में CBI ने दाखिल की दो चार्जशीट | Image: PTI
Advertisement

(जतिन शर्मा)

NEET UG Paper Leak: सीबीआई ने NEET मामले में 21 आरोपियों के खिलाफ पटना सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इसके पहले भी सीबीआई ने इस मामले में दो चार्जशीट दाखिल की थी। CBI ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजीसी) 2024 का पपर लीक होने के मामले में तीसरा आरोपपत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में 13 लोगों को आरोपी बनाया था। नीतीश कुमार, अमित आनंद, जितेंद्र, राघवेंदु, आशुतोष कुमार, रोशन कुमार, मनीष प्रकाश, अवधेश कुमार, अखिलेश कुमार, अनुराग यादव समेत 13 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की।

कुल 40 लोग बनाए गए आरोपी

इसको मिलाकर सीबीआई अब तक कुल 40 आरोपियों के खिलाफ तीन चार्जशीट NEET एक्जाम मामले में दाखिल कर चुकी है। चार्जशीट में जिन आरोपियों का नाम शामिल है, उनमें पंकज उर्फ ​​​​आदित्य भी शामिल है। पंकज यूजीसी NEET एक्जाम पेपर लीक के मास्टरमाइंड में से एक है। पंकज पर ट्रंक से प्रश्न पत्र चुराने का आरोप है।

प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल की मिलीभगत से मिला था पेपर

पंकज को 5 मई 2024 को ओएसिस हाई स्कूल हजारीबाग के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल (दोनों गिरफ्तार और आरोपपत्रित) की मिलीभगत से प्रश्न पत्र मिला। जांच एजेंसी ने पटना स्थित विशेष सीबीआई अदालत में दाखिल तीसरे आरोपपत्र में 21 व्यक्तियों को आरोपी बनाया है।

सीबीआई ने आरोप लगाया कि नीट-यूजी 2024 के परीक्षा पत्र से भरे ट्रंक हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में पहुंचाए गए और पांच मई की सुबह उन्हें नियंत्रण कक्ष में रख दिया गया। सीबीआई ने आरोप लगाया कि स्कूल के प्रधानाचार्य अहसानुल हक और उप-प्रधानचार्य इम्तियाज आलम ने ट्रंक के पहुंचने के तुरंत बाद ‘मास्टरमाइंड’ पंकज कुमार को नियंत्रण कक्ष में जाने की अनुमति दी। हक और आलम के खिलाफ इस मामले में पहले ही आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। जांच एजेंसी ने बताया कि जमशेदपुर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर कुमार ने ट्रंक खोलने और परीक्षापत्र पाने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया।

इसे भी पढ़ें: Jammu Kashmir Exit Poll: J&K में NC-कांग्रेस बनाएगी सरकार? पेंच फंसा तो सत्ता की असल चाबी LG के पास

23:54 IST, October 5th 2024