अपडेटेड April 13th 2025, 16:05 IST
West Bengal Hindu Palayan: पश्चिम बंगाल एक बार फिर जल रहा है, लेकिन इस बार आग सिर्फ दुकानों और मकानों में नहीं, दिलों में भी लगी है। ऐसा इसलिए कि बंगाल में हिंदू अपने ही घरों में महफूज नहीं हैं। लोग जब अपने ही घर में इंसान महफूज ना हो, तब पलायन मजबूरी नहीं, जरूरत बन जाती है। कुछ इसी तरह हिंसा के बाद मुर्शिदाबाद में हिंदुओं को पलायन पर मजबूर होना पड़ रहा है। बीजेपी के नेता दावा कर रहे हैं कि तकरीबन 400 हिंदू पलायन कर चुके हैं।
मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून में संशोधन के खिलाफ शुक्रवार और शनिवार को लगातार हुई दो दिनों तक हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो गई। वक्फ कानून में संशोधन के खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शन ने उग्र रूप लिया और फिर हिंसा ने ऐसा तांडव मचाया कि बाप-बेटे की सरेआम हत्या कर दी गई। एक अन्य की बात में मौत हुई। अहम ये कि इस हिंसा में सिर्फ एक कानून का विरोध करने के नाम पर हिंदुओं की दुकानें लूट ली गईं। घरों को निशाना बनाया गया और लोगों को भी टारगेट किया गया।
बीजेपी नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी एक पोस्ट में लिखते हैं कि धार्मिक कट्टरपंथियों के डर से मुर्शिदाबाद के धुलियान में 400 से अधिक हिंदू नदी पार करके मालदा के बैष्णबनगर के देवनापुर-सोवापुर जीपी के पार लालपुर हाई स्कूल में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं। धुलियान से 400 से अधिक हिंदू परिवार डर के साए में अपना सब कुछ छोड़कर निकल चुके हैं। सुवेंदु अधिकारी अधिकारी ने कुछ तस्वीरें भी साझा की हैं, जिनके कथित तौर पर हिंदू दूसरी तरह जाकर शरण ले रहे हैं।
सुवेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसकी कथित तुष्टिकरण की राजनीति ने कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा दिया है। सुकांत मजूमदार का भी आरोप है कि ये सरकार अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। मुख्यमंत्री के अधीन पुलिस ने दंगाइयों को खुली छूट दे दी है।
पब्लिश्ड April 13th 2025, 16:05 IST