Published 17:52 IST, December 10th 2024
वक्फ बिल पर मोदी सरकार के साथ मौलाना बरेलवी, कहा- 900 गैर जमीनों पर जताया हक, कानून बना तो मुसलमान..
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मोदी सरकार की ओर से लाए जा रहे वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करते हुए उसके जल्द से जल्द पास किए जाने की मांग की है।
Waqf Board: वफ्फ मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मोदी सरकार की ओर से लाए जा रहे वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करते हुए उसके जल्द से जल्द पास किए जाने की मांग की है।
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि हिंदुस्तान में जहां-जहां, जिन-जिन स्टेट में वफ्फ बोर्ड कायम है, इनका मनमाना तरीका, मनमाना रवैया लोगों में आम है और हर शख्स जानता है कि करप्शन इन बोर्ड में उरूस पर है। करोड़ों की जमीनों को इन्होंने कौड़ियों के भाव बेचा और भू माफिया से मिलकर के वफ्फ बोर्ड के अध्यक्ष, मेंबर्स और संबंधित अधिकारियों ने खूब लूट की है। और 900 कुछ जमीन है ऐसी हैं जिन पर वफ्फ ने अपना मलिक आना हक दायर कर रखा है जबकि वो जमीन है वफ्फ बोर्ड की नहीं है।
वफ्फ ने गैरों की जमीनों पर मालिकाना हक जाता रखा है- मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी
वफ्फशुदा वो संपत्तियां नहीं है बल्कि किसी गैर की है, गैरों की जमीनों में इन्होंने अपना मालिकाना हक जाता रखा है। इस सिलसिले में तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में ज्यादा शिकायतें हैं कि गैरों की जमीनों पर वर्क बोर्ड अपना हक जाता हुआ नजर आता है। इन्हीं तमाम चीजों को खत्म करने के लिए और वक्त की जमीनों को मुसलमान के गरीब, कमजोर, लाचार, वेवाओं और यतीमों पर खर्चा करने के लिए भारत सरकार ने वक्त संशोधन बिल पार्लियामेंट में पेश किया है, जिसकी कवायत चल रही है।
वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार चरम पर है- मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी
मेरे मानना है कि यह बिल जल्द से जल्द पास होना चाहिए ताकि मुसलमानों के लिए इसकी जो आमदनी है वह सही तरीके से खर्च की जाए और मैं दावे से इस बात को कहता हूं कि अगर पूरे भारत के वफ्फ की जायजाद की जो आमदनी है वो मुसलमान पर खर्च किया जाएगा तो मेरा दावा है के पूरे हिंदुस्तान से मुसलमान की गुरबत खत्म हो सकती है। मगर वफ्फ भू माफियाओं से तालमेल कर करके वफ्फ बोर्ड ने जमीनों को बर्बाद कर दिया। अगर भारत सरकार की चाहती है कि जमीनों का रखरखाव अच्छा हो सही तरीके से हो जिस मकसद के लिए वफ्फ जमीन की गई है, उसे मसरफ में उसकी आमदनी लगे। बच्चों की तालीम और तबीयत में लगे, विधवाओं की हिफाजत की जाए, यतीम की सरफरस्ती की जाए, उनके खर्च दिए जाएं बच्चों की पढ़ाई लिखाई की जाए, मदरसे स्कूल कॉलेज बनाए जाएं, मस्जिदों की देखभाल हो, मगर जितने भी वफ्फ बोर्ड कायम हैं इनमें भ्रष्टाचार खूब चरम पर है, जिस मकसद के लिए हमारे बुजुर्गों ने वफ्फ किया था उसे पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
Updated 17:52 IST, December 10th 2024