Published 12:38 IST, December 7th 2024
Mamata Banerjee: कांग्रेस की हार पर INDI में हाहाकार! अब ममता ने भरी हुंकार, कहा- मौका मिला तो...
INDI अलायंस के नेतृत्व के लिए ममता बनर्जी हुंकार भर रही हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस की हार के बाद ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया है।
महाराष्ट्र का हालिया विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए एक और राजनीतिक विफलता का उदाहरण बना है। हालांकि महाराष्ट्र में हार का साइडइफेक्ट कांग्रेस के भविष्य के लिए खतरा साबित हो सकता है। वो इसलिए कि विपक्षी दलों के INDI अलायंस के भीतर सुगबुगाहट है और बार-बार नेतृत्व की ओर उंगली उठ रही है, जिसके लिए कांग्रेस पुरजोर कोशिश करती रही है। फिलहाल हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की सुप्रीमो ममता बनर्जी इस दिशा में अपने कदम आगे बढ़ा रही हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का हालिया बयान INDI गठबंधन के मचे हाहाकार को स्पष्ट दर्शाता है और साथ ही कांग्रेस के लिए उनका बयान एक बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है। ममता बनर्जी गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। ममता बनर्जी की बात करने से पहले कांग्रेस की स्थिति को समझने की कोशिश करते हैं।
INDI अलायंस के बाद से कांग्रेस की हार?
INDI अलायंस की पहली बैठक या यूं कहें कि स्थापना 23 जून 2023 को पटना में हुई। पहली बार विपक्ष के 26 दलों ने यहां बैठक की थी। अब जून 2023 के बाद से ही अगर देख लिया जाए तो देश के 13 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए हैं। जून 2023 के बाद उसी साल 5 राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम और छत्तीसगढ़ के चुनाव हुए। साल 2024 में अब तक एक लोकसभा चुनाव के अलावा विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, ओडिशा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश शामिल हैं।
इसमें कांग्रेस की हार देख ली जाए तो तेलंगाना, जम्मू कश्मीर और झारखंड को छोड़कर बाकी राज्यों उसे हार मिली है। तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने बलबूते सरकार बनाई, जबकि जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार को कांग्रेस का समर्थन है और इसी तरह झारखंड में हेमंत सोरेन को जीत मिली, जिनको कांग्रेस समर्थन दे रही है। लोकसभा चुनावों का हाल भी सबने देखा है, जिसमें कांग्रेस लगातार तीसरी बार 100 का आंकड़ा भी छू नहीं पाई।कांग्रेस बार-बार हार के बावजूद INDI अलायंस को कब्जाने में लगी रही है, लेकिन अब ये धीरे-धीरे विपक्ष के नेताओं को भी समझ आने लगा है।
कांग्रेस की हार, ममता ने भरी हुंकार
फिलहाल INDI अलायंस के नेतृत्व के लिए ममता बनर्जी हुंकार भर रही हैं। ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन के कामकाज के तरीके पर असंतोष व्यक्त किया और संकेत दिया कि अगर मौका मिला तो वो इसका नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, ममता बनर्जी ने एक इंटरव्यू में कहा कि वो गठबंधन का नेतृत्व करने और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में अपनी भूमिका जारी रखने की जिम्मेदारी संभालने में सक्षम हैं।
ममता बनर्जी का समर्थन कर रहे TMC नेता
TMC के सांसद कीर्ति आजाद कहते हैं कि सत्तारूढ़ टीएमसी सुप्रीमो सभी को साथ लेकर चलती हैं। कीर्ति आजाद ने अपने बयान में कहा- 'ममता बनर्जी का रिकॉर्ड 100 प्रतिशत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जब भी अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा, वो सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही हुआ। जब भी वो बंगाल और उसके सम्मान का अपमान करने आते हैं तो उनका वोट शेयर बढ़ जाता है।' उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी अपने स्पष्ट विचारों के लिए जानी जाती हैं।
26 नवंबर को टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने सुझाव दिया था कि हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद भारतीय ब्लॉक का नेतृत्व करने के लिए एक मजबूत नेता की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा था कि बीजेपी से मुकाबला करने के लिए विपक्षी गठबंधन को और मजबूत होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस हरियाणा या महाराष्ट्र में उम्मीद मुताबिक परिणाम हासिल करने में विफल रही है। हमें कांग्रेस से बहुत उम्मीद थी कि वो बेहतर प्रदर्शन करेंगे। INDI गठबंधन तो है, लेकिन अपेक्षित परिणाम हासिल नहीं हो सका। परिणाम हासिल करने में कांग्रेस की ओर से बड़ी विफलता है। आज अगर आप बीजेपी के खिलाफ लड़ना चाहते हैं तो गठबंधन को मजबूत होना चाहिए। और इसे मजबूत बनाने के लिए एक नेता की जरूरत है।'
ममता बनर्जी के बयान पर BJP का जवाब क्या?
ममता बनर्जी के बहाने बीजेपी के नेता कांग्रेस को टारगेट कर रहे हैं। बीजेपी नेता प्रदीप भंडारी कहते हैं कि INDI अलायंस के नेता लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के नेतृत्व में विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने दावा किया कि गठबंधन खुद राहुल गांधी को 'बचकाना व्यक्ति' कहता है। भंडारी ने एएनआई से कहा, 'INDI गठबंधन का कोई भी नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के नेतृत्व में विश्वास नहीं करता है। गठबंधन का मानना है कि राहुल गांधी एक राजनीतिक विफलता हैं। कभी अखिलेश यादव कहते हैं कि वो नेता हैं, कभी ममता बनर्जी कहती हैं कि वो नेता हैं, कभी स्टालिन कहते हैं कि वो नेता हैं और हर कोई एक स्वर में कहता है कि राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा नेता नहीं हैं।'
Updated 12:38 IST, December 7th 2024