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पब्लिश्ड 18:39 IST, June 27th 2024

देश में यहां CAA के तहत पाक-बांग्लादेश से आए 3 लोगों को मिली नागरिकता, CM बोले-अपने धर्म की रक्षा..

CM Mohan Yadav ने कहा कि CAA से हमारे परिवार के लोग पास आ रहे हैं। अपने धर्म को बचाने के लिए अपने मूल देश में आ रहे हैं।

Reported by: Ruchi Mehra
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MP News
शरणार्थी को मिली भारतीय नागरिकता | Image: X

Madhya Pradesh News: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत पड़ोसी देशों से आए अल्पसंख्यकों को देश की नागरिकता दी जा रही है। इसी के तहत मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव तीन आवेदकों को नागरिकता का सर्टिफिकेट प्रदान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस बात की खुशी है कि ये लोग अपने धर्म को बचाते हुए भारत आए। इन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं किया।

जिन तीन आवेदकों को भारत की नागरिकता का प्रमाण पत्र मिला, उसने दो पाकिस्तान और एक बांग्लादेश से आए शामिल है।  पाकिस्तान के समीर मेलवानी, संजना मेलवानी और बांग्लादेश की राखी दास को भारत की नागरिकता का सर्टिफिकेट मिला।

CAA का विरोध करने वाले गलत…’

इस मौके पर बांग्लादेश की राखी दास ने खुशी जताते हुए कहा कि इसका पूरा प्रोसेस बेहद ही आसान था। आज हमें बहुत गर्व महसूस हो रहा है। जो CAA का विरोध कर रहे हैं, वह लोग गलत है। अब नागरिकता मिलने के बाद बहुत से रास्ते खुल जाएंगे।

वहीं, पाकिस्तान से आई संजना मेलवानी ने उन्हें भारत का नागरिकता बनकर ज्यादा खुशी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं आज बहुत खुश हैं। एक भारतीय होने पर मैं बहुत गर्व महसूस कर रही हूं। अब दस्तावेज और बाकी चीजों में कोई दिक्कत नहीं आएगी। पाकिस्तान में भी , लेकिन अब ज्यादा खुशी हो रही हैं।

वहीं, इस मौके पर संजना और समीर के पिता प्रदीप मेलवानी ने कहा कि कानून बहुत अच्छा है। PM मोदी का एक बहुत अच्छा फैसला है। विरोध करने वालों को सही जानकारी नहीं है, इसलिए विरोध कर रहे हैं।

CM मोहन यादव ने जताई खुशी

वहीं इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता से जुड़ी कठिनाई का निराकरण कर एक ऐसा रिश्ता पुनर्स्थापित करने की कोशिश करता है, जो अखंड भारत की याद दिलाता है।

सीएम ने कहा कि 1947 के पहले तत्कालीन सरकार ने फैसला लिया था कि हम अपने देश में सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा करेंगे और उनकी चिंता करेंगे। इसी विश्वास से हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई भारत के पूर्व हिस्से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में रह गए थे। काल के प्रवाह में इन देशों में बड़े पैमाने पर हमारे लोगों को तकलीफें झेलनी पड़ी। इन्हें विदेशी माना गया, जबकि ये मूल रूप से विदेशी नहीं थे। ये उस अखंड भारत के हिस्सा थे।

सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि CAA से हमारे परिवार के लोग पास आ रहे हैं। अपने धर्म को बचाने के लिए अपने मूल देश में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर वह चाहते तो अपना धर्म बदल सकते थे और वहीं रह सकते थे, लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं किया। 

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अपडेटेड 18:39 IST, June 27th 2024