sb.scorecardresearch
Advertisement

Published 22:46 IST, September 21st 2024

लड्डू मिलावट के संदर्भ में संतों, विशेषज्ञों से भावी कदम के बारे में चर्चा करेंगे: CM नायडू

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कहा कि तिरुपति लड्डुओं में पशु चर्बी की मिलावट के आरोपों के बाद सरकार भावी कदम के बारे में संतों, पुजारियों और हिंदू धर्म के अन्य शीर्ष विशेषज्ञों से परामर्श करेगी।

Follow: Google News Icon
  • share
Andhra Pradesh has future only if NDA comes: Chandrababu Naidu
Chandrababu Naidu | Image: PTI
Advertisement

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कहा कि तिरुपति लड्डुओं में पशु चर्बी की मिलावट के आरोपों के बाद सरकार भावी कदम के बारे में संतों, पुजारियों और हिंदू धर्म के अन्य शीर्ष विशेषज्ञों से परामर्श करेगी।

हाल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विधायक दल की बैठक के दौरान नायडू ने दावा किया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने श्री वेंकेटेश्वर मंदिर को भी नहीं बख्शा और अपने अनोखे स्वाद के लिए चर्चित लोकप्रिय तिरुपति लड्डुओं को बनाने में घटिया सामग्री एवं पशु चर्बी का इस्तेमाल किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि परामर्श के बाद सरकार तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के संबंध में अपना निर्णय लेगी जो तिरुपति स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का आधिकारिक संरक्षक है।

नायडू ने एक बयान में कहा, ‘‘हम इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि टीटीडी के संबंध में आगे क्या करना है और कैसे आगे बढ़ना है। संतों, पुजारियों और सनातन धर्म (हिंदू धर्म) के विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद, हम तय करेंगे कि संप्रोक्षण (अनुष्ठानिक पवित्रीकरण) कैसे किया जाना चाहिए।’’

तिरुपति लड्डू की अद्वितीय महिमा पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोगों ने बेहतर प्रसाद बनाने की चेष्टा की लेकिन वे उसमें विफल रहे।

नायडू ने कहा, ‘‘अयोध्या में भी उन्होंने बिलकुल तिरुमाला जैसा लड्डू बनाने की कोशिश की और उसके लिए कारीगरों को भी यहां से ले जाया गया लेकिन वह नहीं हो पाया। वहां (अयोध्या) के लोगों ने मुझे इस मामले के बारे में बताया।’’

मुख्यमंत्री ने निश्चय किया कि सरकार मंदिरों की पवित्रता को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी एवं श्रद्धालुओं की भावनाओं का रक्षा करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘ हर धर्म के कुछ रीति-रिवाज एवं परंपराएं होती हैं और सरकार को उनकी रक्षा करनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार में मंदिरों में कथित अपवित्रीकरण की कई घटनाएं हुईं।

पशु चर्बी के आरोपों और लड्डुओं में इस्तेमाल घी पर एनडीडीबी प्रयोगशाला की रिपोर्ट का खंडन करने के लिए वाईएस जगन मोहन रेड्डी की आलोचना करते हुए तेदेपा प्रमुख ने सवाल किया कि 320 रुपये प्रति किलोग्राम से भी कम कीमत पर गाय का घी कैसे खरीदा जा सकता है।

मुख्यमंत्री के अनुसार, नई सरकार के गठन के तुरंत बाद उन्होंने टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी को तिरुमाला को पूरी तरह से पवित्र करने का निर्देश दिया, जिन्होंने लड्डुओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए कई कदम उठाए, जिनमें कुछ आपूर्तिकर्ताओं को काली सूची में डालना भी शामिल था।

नायडू ने कहा, ‘‘ अच्छे लड्डू के लिए हमने फिर से नंदिनी से घी खरीदना शुरू कर दिया। उन्होंने (कार्यकारी अधिकारी) पवित्र करने का काम किया लेकिन हम हर दिन सामने आकर सब नहीं बताते थे। हम बस काम करते रहे। मुझे लगता है कि देवता ने मुझसे अब लड्डू मुद्दे पर बात करवायी है।’’

हैदराबाद से प्राप्त समाचार के अनुसार तेलंगाना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार की विजया डेयरी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को शुद्ध और गुणवत्ता वाले दूध उत्पादों की आपूर्ति के लिए तैयार है।

टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव को लिखे पत्र में तेलंगाना पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव सब्यसाची घोष ने कहा कि तेलंगाना विजया डेयरी उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए जानी जाती है।

राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार घोष ने टीटीडी की उच्च गुणवत्ता वाले घी और अन्य दूध उत्पादों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तेलंगाना विजया डेयरी के तैयार रहने की बात से अवगत कराया।

ये भी पढ़ेंः Tirupati Laddu: SC पहुंचा तिरुपति लड्डू मामला, हिन्दू सेना ने PIL दाखिल कर की SIT गठन की मांग

(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

22:46 IST, September 21st 2024