पब्लिश्ड 16:35 IST, August 26th 2024
भीलवाड़ा में तनाव के बीच पुलिस ने दिखाई सख्ती, उपद्रवियों पर लाठीचार्ज कर खदेड़ा, VIDEO
Rajasthan News: भीलवाड़ा में सांप्रदायिक तनाव के बीच पुलिस ने दिखाना शुरू कर दिया है। परशुराम सर्किल पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ दिया।
Rajasthan News: राजस्थान में भीलवाड़ा को साम्प्रदायिक सौहार्द के लिजाहज से अति संवेदनशील शहर माना जाता है। भीलवाड़ा में सांप्रदायिक तनाव के बीच पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। परशुराम सर्किल पर पुलिस को भीड़ पर काबू पाने के लिए हल्के बल प्रयोग करना पड़ा। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने अजमेर चौराहे पर तोड़फोड़ की थी। गुस्साए लोग पत्थरबाजी भी कर रहे थे, इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। शहर में यह स्थिति रविवार को मंदिर परिसर में गोमाता की पूंछ कटी मिलने के बाद पैदा हुई है।
रविवार को मंदिर के बाहर गाय की कटी पूंछ मिलने के बाद से शहर में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। गुस्साए लोगों को काबू करने के लिए लाठीचार्ज की नौबत आ गई। रविवार को पुलिस ने दो बार लाठीचार्ज किया। शाम को माहौल शांत हुआ लेकिन कुछ कार्यकर्ता एसपी ऑफिस के सामने भूख हड़ताल पर गए। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर धरने पर बैठे लोगों ने अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा कर दी। घटना के विरोध में बाजार बंद किए गए हैं। पुलिस की कोशिश है कि बाजार को खुलवाया जाए। शहर में बंद हुए बाजार को खुलवाने के लिए पुलिस को दल-बल के साथ निकलना पड़ा। फ्लैग मार्च के जरिए पुलिस ने व्यापारियों से बाजार खोलने की अपील की है।
क्यों हो रहा विवाद?
पुलिस ने पूरे शहर में फ्लैग मार्च किया है। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। बड़ी संख्या में सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग गोवंश के साथ बर्बरता करने वालों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सड़कों पर मौजूद लोग गुस्से में हैं, नारेबाजी कर रहे हैं, धरना दे रहे हैं और प्रशासन को चेतावनी दे रहे हैं। क्योंकि मामला धार्मिक भावनाएं आहत करने का है। दरअसल, रविवार को शहर के मुख्य इलाके में मौजूद एक मंदिर के पास किसी ने एक गाय की पूंछ काट दी। सिर्फ पूंछ ही नहीं काटी, बल्कि लोगों को उकसाने के लिए पूंछ को मंदिर के गेट पर भी फेंक दिया। जैसे ही स्थानीय लोगों ने तड़पती हुई गाय को देखा, उनका गुस्सा सातवें पर आ गया है। कुछ ही पलों में सैकड़ों लोग सड़कों पर आ गए और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
कड़ी कार्रवाई की मांग
जन्माष्टमी से ठीक एक दिन पहले हुई इस घटना के बाद शहर में तनाव के हालात बन गए। धरने पर बैठे लोगों ने प्रशासन से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आम लोगों के साथ हिंदूवादी संगठनों के लोग भी प्रदर्शन में शामिल हो गए। प्रदर्शन करने वालों का आरोप था कि इस वारदात के पीछे कोई शरारती इंसान नहीं, बल्कि सोची समझी साजिश है, जिसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं। आरोप है कि जानबूझकर हिंदुओं को भड़काने और उकसाने के लिए यह काम किया गया है।
अति संवेदनशील शहर
स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है अगर जल्द से जल्द इस मामले का पर्दाफाश नहीं किया गया, तो फिर से उग्र आंदोलन होगा। जानकारों का मानना है कि शहर की शांति को साजिश के तहत कुछ लोगों द्वारा नुकसान पहुचाने की कोशिश की जा रही है। इसी साल जून में भी मामूली विवाद में भीलवाड़ा में दो गुट आमने सामने आ गए थे। मई-2022 में भी भीलवाड़ी में हिंसा की वारदात हुई थी और नवंबर-2022 में भी तनाव के हालात पैदा हो गए थे। अब एक बार फिर लोगों को चिढ़ाने के लिए गाय की पूंछ काटी गई है।
ये भी पढ़ें: Kangana Ranaut के किसानों पर दिए विवादित बयान से BJP ने किया किनारा, कहा- नीतिगत विषयों पर बोलने...
अपडेटेड 17:37 IST, August 26th 2024