Published 00:13 IST, December 21st 2024
4 बार के CM, तिहाड़ जेल में 10वीं-12वीं की पढ़ाई, ऐसे थे ओमप्रकाश चौटाला; आज होंगे पंचतत्व में विलीन
ओम प्रकाश चौटाला का अंतिम संस्कार उनके पैतृक जिले सिरसा में तेजा खेड़ा फार्म पर राजकीय सम्मान के साथ होगा। उनका पार्थिव शरीर तेजा खेड़ा पहुंच गया है।
Om Prakash Chautala: हरियाणा सियासत के अहम किरदार, 4 बार के मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को निधन हो गया। उन्होंने 89 साल की उम्र में मेदांता अस्पताल में दोपहर करीब 12 बजे अंतिम सांस ली। पूर्व उप प्रधानमंत्री और 'ताऊ' के नाम से मशहूर चौधरी देवी लाल चौटाला के बेटे ओम प्रकाश चौटाला को गुरुग्राम में उनके घर में दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
ओम प्रकाश चौटाला का अंतिम संस्कार उनके पैतृक जिले सिरसा में तेजा खेड़ा फार्म पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री का पार्थिव शरीर तेजा खेड़ा पहुंच गया है। शनिवार सुबह 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को यहां रखा जाएगा। उनके बेटे और INLD नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कल दोपहर 3 बजे तेजा खेड़ा में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
तिहाड़ जेल से 10वीं और 12वीं की परीक्षा
हरियाणा के एक प्रमुख राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले और एक प्रमुख क्षेत्रीय संगठन का चेहरा रहे चौटाला पिछले कुछ समय से उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे थे। उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। उनकी पत्नी स्नेहलता का पांच साल पहले निधन हो गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सहित कई नेताओं ने चौटाला के निधन पर शोक व्यक्त किया।
एक जनवरी, 1935 को जन्मे ओम प्रकाश चौटाला पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल की पांच संतानों में सबसे बड़े थे। चौटाला ने प्राथमिक शिक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। 2013 में जब चौटाला शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में तिहाड़ जेल में बंद थे, तब उन्होंने 82 साल की उम्र में 10वीं और फिर 12वीं की परीक्षा पास की थी। वो तिहाड़ में बंद सबसे बूढ़े कैदी थे। शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में उन्हें 2013 में जेल भेजा गया था और 2021 में रिहा किया गया था। ओम प्रकाश चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला और IAS अधिकारी संजीव कुमार सहित 53 अन्य को साल 2000 में 3,206 जूनियर बेसिक शिक्षकों की अवैध भर्ती के मामले में दोषी ठहराया गया और सजा सुनाई गई थी।
राजनीति में परिवार
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री के छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला इनेलो के वरिष्ठ नेता हैं, जबकि बड़े बेटे और पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला जननायक जनता पार्टी (जजपा) के प्रमुख हैं। दिसंबर 2018 में पारिवारिक कलह के बाद पार्टी में हुए विभाजन के बाद JJP का जन्म हुआ था। अभय के बेटे अर्जुन विधायक हैं जबकि अजय चौटाला के बेटे दुष्यंत और दिग्विजय JJP नेता हैं। दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उप मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। चौटाला की पार्टी इनेलो भी पहले भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी रही है। इनेलो 2005 से हरियाणा की सत्ता से बाहर है।
(भाषा इनपुट के साथ रिपब्लिक भारत डेस्क)
Updated 00:30 IST, December 21st 2024