Published 16:53 IST, August 20th 2024
Kolkata Doctor Rape: महिला खोलेगी डॉक्टर रेपकांड का राज, घटना के दिन क्या-क्या हुआ?CBI कर रही पूछताछ
सीबीआई ने आज भी RG कर अस्पताल के कुछ कर्मचारियों से बात की है। इनमें एक महिला भी शामिल है है जो अस्पताल में सपोर्ट स्टाफ का काम करती है।
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप के बाद हुई हत्या के मामले में सीबीआई की की टीम ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद से जैसी ही सीबीआई ने केस पर काम करना शुरू किया घटना से जुड़े कई लोगों से लगातार पूछताछ की जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीबीआई ने आज भी RG कर अस्पताल के कुछ कर्मचारियों से बात की है। इनमें एक महिला भी शामिल है है जो अस्पताल में सपोर्ट स्टाफ का काम करती है। महिला ने बताया की घटना वाले दिन वो अस्पताल में थी। लेकिन एक मरीज को दूसरी जगह लेकर गयी थी। महिला में ये भी बताया की सेमिनार हॉल में किसी को जाने की इजाजत नहीं होती है। सीबीआई ने आज बुलाया है इसलिए आज सीबीआई दफ्तर आए है।
सीबीआई की पूछताछ के बाद सारी बातें निकलकर सामने आएंगी कि घटना वाले दिन अस्पताल में क्या-क्या हुआ था।
पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से लगातार 5वें दिन CBI की पूछताछ
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या मामले में पूर्व प्रिंसिपल की भूमिका पर संदेह गहराता जा रहा है। सीबीआई की टीम तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप घोष से लगातार पूछताछ कर रही है। आज लगातार पांचवें दिन संदीप घोष से सीबीआई की टीम पूछताछ कर रही है।
संदीप घोष की भूमिका पर गहराया शक
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक RG कर अस्पताल के प्रिंसिपल ने 9 अगस्त को सुबह 7 बजे अपने एक विश्वासपात्र सहयोगी के माध्यम से पता लगाया कि पीड़ित का शव सेमिनार रूम में पड़ा हुआ था। इसके बाद कई लोग सेमिनार हॉल में घुस गए।
प्रिंसिपल संदीप घोष घटना के बाद की मीटिंग
सूत्रों के मुताबिक तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप घोष ने पूरी घटना के बारे में जानने के बाद एक बैठक की, लेकिन पुलिस को बहुत देर से सूचित किया। सीबीआई पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में उनकी संलिप्तता की जांच कर रही है।
कोलकाता डॉक्टर रेपकांड में CBI को साजिश की आशंका
CBI को 7 दिनों की पूछताछ में इस वारदात के पीछे एक बड़ी और गहरी साजिश नजर आ रही है। मौका-ए-वारदात को सुरक्षित नहीं रखा गया। यह इस वारदात में अस्पताल की अब तक की सबसे बड़ी लापरवाही है।
मल्टीपल फुटप्रिंट मिले
सेमीनार हॉल पर मल्टीपल फुटप्रिंट मिले हैं, क्योंकि वारदात के बाद सेमीनार हाल के पास रिनोवेशन करवा दिया गया था। यही वजह है कि 10 से ज्यादा बार सीबीआई की अलग-अलग टीमें अस्पताल का निरीक्षण करने सेमीनार हाल से सबूत जुटाने पहुंच चुकी है। इतना ही नहीं, 3D लेजर स्कैनिंग भी सीबीआई ने दो बार की है। यही वजह है कि मुख्य आरोपी के साइकोलॉजिकल टेस्ट के बाद अब पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया जाएगा।
Updated 16:53 IST, August 20th 2024