Published 21:03 IST, August 23rd 2024
डायरी के 3 पन्नों में छुपा है कोलकाता रेपकांड का राज? जिसे फाड़ने का अभया के पेरेंट्स लगा रहे आरोप
क्या अभया ने अपनी डायरी में लिख रखा था आरजी कर अस्पताल का काला सच? आखिर उसकी डायरी के तीन पन्ने कहां गए? सीबीआई इस मामले में भी जांच कर रही है।
कोलकाता रेप केस में एक तरफ कोर्ट ने CBI को 4 ट्रेनी डॉक्टर समेत संदीप घोष की पॉलीग्राफी टेस्ट कराने की अनुमती दे दी है। वहीं दूसरी ओर आरोपी संजय रॉय को 14 दिनों के लिए सीबीआई कस्टडी में भेजा गया। इस बीच अभया की मां ने उसकी डायरी को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
अभया की मां ने बताया कि उसके सपने बहुत बड़े थे। वो MD में गोल्ड मेडल पाना चाहती थी। इसके लिए वो खूब पढ़ाई भी कर रही थी। उन्होंने कहा कि सीएम ने 10 लाख देने की बात की, हमें पैसा नहीं इंसाफ चाहिए। बेटी MD में गोल्ड मॉडल पाना चाहती थी, डायरी में भी लिखा था ऐसा।
परिवार का सपना पूरा करना चाहती थी अभया
उन्होंने कहा कि हमेशा पेशेंट की बातें करती थी और लैपटॉप पर पढ़ती रहती थी। घर में किसी को टीवी नहीं देखने देती थी, हमेशा पढ़ाई की बात करती थी। मेरा एक मात्र सहारा थी मेरी बेटी। परिवार का सपना पूरा करना चाहती थी। सब टूट गया।
कौन सा राज अभया की डायरी में था छिपा?
अभया के परिवार ने बताया कि अभया की डायरी से तीन पन्ने फटे हुए हैं। सीबीआई इसकी जांच कर रही है। हालांकि, किसी को नहीं पता कि वो तीन पन्ने कहां गए, किसने लिए।
'जैसे-जैसे देर हो रही आशा टूट रही'
अभया की मां ने कहा, "पुलिस सब झूठ बोल रही है। पुलिस पर भरोसा किया उन्होंने अपने तरीके से काम किया। पीएम से उम्मीद है इंसाफ मिलेगा। जैसे-जैसे देर हो रही है, आशा टूट रही है। मेरी बेटी गई, लेकिन करोड़ों बच्चे मेरे साथ जुड़े हैं। यही हमारी हिम्मत बढ़ा रही है।"
पिता ने डिपार्टमेंट पर जताया शक
अभया के पिता ने डिपार्टमेंट पर भी शक जताया। उन्होंने कहा, "मन में एक सवाल आता है कि 70 पेशेंट थे, किसी ने पूरी रात ये नहीं सोचा कि डॉक्टर कहां गई? क्या डिपार्टमेंट में पूरी रात किसी ने नहीं ढूंढा कि डॉक्टर कहां है? यही और संदेह पैदा कर रहा है कि कोई तो डिपार्टमेंट के लोग भी शामिल हैं।"
पुलिस पर गुमराह करने का आरोप
पीड़ित पिता ने पुलिस के ऊपर जांच से गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हम 12 बजे अस्पताल पहुंचे, तो कोई मुझे अलग ले गया तो कोई मेरी पत्नी को कोई अलग ले गया, लेकिन 3 घंटे तक सेमिनार हॉल कोई नहीं ले गया। पुलिस सिर्फ गुमराह कर रही थी। डिपार्टमेंट से कोई नहीं था वहां, सिर्फ पुलिस वाले थे। प्रिंसिपल हमें ऑफिस में बुला रहा था, खूब चिल्लम चिल्ली के बाद प्रिंसिपल आया लेकिन हमसे बात नहीं की।
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Updated 21:03 IST, August 23rd 2024