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Published 14:51 IST, December 20th 2024

'चाहता था राहुल गांधी भी अयोध्या जाएं', कांग्रेस से जुड़ने के सवाल पर कन्हैया मित्तल ने दिया ये जवाब

कन्हैया मित्तल ने कहा कि न मेरी कोई राजनीतिक इच्छा है, न कोई कामना है। विधायक-सांसद से बड़ा राम का भक्त होता है।

Reported by: Ruchi Mehra
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Kanhaiya Mittal
Kanhaiya Mittal | Image: Republic

Republic Bharat Sangam: रिपब्लिक भारत के 'संगम' में मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल ने 'अयोध्या के राजा, भारत है आपका', 'लंका में कूदे बजरंगबली', जैसे भजन गाकर अपने सुरों से समा बांधा। इस दौरान उन्होंने राजनीति से जुड़े कुछ सवालों का भी जवाब दिया।

हरियाणा चुनाव को लेकर कन्हैया मित्तल के दिए गए एक बयान पर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं किसी को जवाब देने की इच्छा नहीं है।

बयान पर जो मर्जी मतलब निकाले, फर्क नहीं पड़ता- कन्हैया मित्तल

उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ इतना चाहता था कि राहुल गांधी भी अयोध्या जाकर आएं। इसके सिवा कुछ नहीं चाहता था। मेरे बयान का जो मर्जी कोई मतलब निकाले, उससे फर्क नहीं पड़ता। हम राम के थे, राम के हैं, राम के रहेंगे। जो नहीं है उसको करके रहेंगे।

'विधायक-सांसद से बड़ा राम का भक्त होता है'

कन्हैया मित्तल ने कहा कि न मेरी कोई राजनीतिक इच्छा है, न कोई कामना है। विधायक-सांसद से बड़ा राम का भक्त होता है। उससे बड़ा दुनिया में कोई नहीं होता। जिसे राम की भक्ति मिल जाए उसे फिर किसी और चीज की कामना ही नहीं रहती।

उन्होंने कहा कि बह्म जी ने भी स्वयं कृष्ण से कहा कि अगर मुझे कुछ बनाना चाहते हो तो ब्रज की घास बना दो। कृष्ण ने कहा कि आप तो इतने बड़े पद पर बैठो हो। वो बोले उतना आनंद नहीं आता, जब ब्रजवासी मेरे ऊपर चलकर जाएंगे और जब मैं पिसूंगा और जो जल निकलेगा और तेरे चरणों में लगेगा उससे बड़ा पद इस दुनिया में कोई नहीं होता। तो पद की मर्यादा और पद की चाह वही करते हैं, जिनको कोई इच्छा होती है।

कन्हैया मित्तल से उनके इस बयान का ' BJP में तो सनातन से जुड़े लोग हैं, कांग्रेस में जाना चाहता हूं जिससे लोग सनातन से जुड़ सके' मतलब पूछा गया।

'...अब तो समझ जाओ बंटोगे तो कटोगे'

इस पर उन्होंने कहा कि हमारे भारत के अंदर हिंदू भाग रहा है।  बहुत सारे सनातनी ऐसे भी हैं तो दूसरी पार्टी में भी हैं। उनको भी चाहिए कि सनातन की बात सोचकर चलें। बांग्लादेश को देखकर भी तसल्ली नहीं हो रही है। संभल को देखकर भी तसल्ली नहीं हो रही है। चलो मान लिया कि कश्मीर में पत्थर पड़ते थे, हमारे जवानों को पड़ते थे, लेकिन अब तो समझ जाओ बंटोगे तो कटोगे। अभी नहीं जुड़ोगे तो जुड़ोगे कब।

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Updated 14:53 IST, December 20th 2024