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Published 14:02 IST, November 17th 2024

AAP में अंदरुनी लड़ाई, भ्रष्टाचार या वादे पूरे नहीं...कैलाश गहलोत ने क्यों केजरीवाल का साथ छोड़ा?

AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को पत्र में कैलाश गहलोत ने मंत्री पद और पार्टी की सदस्यता छोड़ने के सभी कारण लिखे। कैलाश गहलोत दिल्ली में कई विभाग संभाल रहे थे।

Reported by: Digital Desk
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Kailash Gahlot-Arvind Kejriwal
कैलाश गहलोत ने अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका दिया। | Image: PTI

Kailash Gahlot: कैलाश गहलोत के इस्तीफे ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सियासत में भूचाल ला दिया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले कैलाश गहलोत ने एकाएक दिल्ली सरकार में मंत्री पद ही नहीं, आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को दो अलग-अलग लेटर लिखे, जिनमें इस्तीफे की घोषणा के साथ पार्टी छोड़ने के कारण भी गिना डाले हैं।

दिल्ली के परिवहन मंत्री रह चुके कैलाश गहलोत ने दिल्ली के लोगों की सेवा करने के मौके के लिए आम आदमी पार्टी के प्रति आभार व्यक्त किया, लेकिन यमुना नदी की सफाई जैसे प्रमुख वादों को पूरा करने में AAP की विफलता को उजागर किया। उन्होंने 'शीशमहल' मुद्दे सहित शर्मनाक विवादों की ओर भी इशारा किया, जिसने पार्टी में जनता के विश्वास को खत्म कर दिया है। उन्होंने पार्टी के भीतर अंदरुनी लड़ाई की ओर भी इशारा किया है।

यमुना की सफाई से शीशमहल तक, गहलोत ने बताए इस्तीफे के कारण

AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को पत्र में कैलाश गहलोत ने मंत्री पद और पार्टी की सदस्यता छोड़ने के सभी कारण लिखे। अपने लेटर में गहलोत लिखते हैं- 'मैं आपको सबसे पहले विधायक और मंत्री के तौर पर दिल्ली के लोगों की सेवा करने और उनका प्रतिनिधित्व करने का सम्मान देने के लिए दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं। हालांकि, साथ ही मैं यह भी बताना चाहता हूं कि आज आम आदमी पार्टी के सामने गंभीर चुनौतियां हैं।' उन्होंने कहा- 'राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं ने लोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को पीछे छोड़ दिया है, जिससे कई वादे अधूरे रह गए हैं। उदाहरण के लिए यमुना को ही लें, जिसे हमने स्वच्छ नदी में बदलने का वादा किया था, लेकिन कभी पूरा नहीं कर पाए। अब यमुना नदी शायद पहले से भी ज्यादा प्रदूषित हो गई है। इसके अलावा, अब 'शीशमहल' जैसे कई शर्मनाक और अजीबोगरीब विवाद हैं, जो अब सभी को संदेह में डाल रहे हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने पर विश्वास करते हैं।'

लेटर में गहलोत ने आगे लिखा- 'एक और दुखद बात ये है कि लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने के बजाय हम केवल अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रहे हैं। इससे दिल्ली के लोगों को बुनियादी सेवाएं देने की हमारी क्षमता भी बुरी तरह से कम हो गई है। अब ये स्पष्ट है कि अगर दिल्ली सरकार अपना अधिकांश समय केंद्र से लड़ने में बिताती है तो दिल्ली के लिए वास्तविक प्रगति नहीं हो सकती।' कैलाश गहलोत ने आप से अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि उनकी राजनीतिक यात्रा दिल्ली के लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता के साथ शुरू हुई थी और वो इस मिशन को जारी रखना चाहते हैं। उन्होंने लेटर के आखिर में लिखा- 'यही कारण है कि मेरे पास AAP से अलग होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है और इसलिए मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं आपके स्वास्थ्य और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं। मैं इस यात्रा के दौरान अपनी पार्टी के सभी सहयोगियों और शुभचिंतकों को उनकी शुभकामनाओं और दयालुता के लिए धन्यवाद देता हूं।'

कैलाश गहलोत के बारे में (Who is Kailash Gahlot)

11 मार्च 1974 को जन्मे कैलाश गहलोत पेशे से वकील हैं। वो सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में कई केस लड़ चुके हैं। जाट समुदाय से ताल्लुक रखने वाले कैलाश नई दिल्ली के नजफगढ़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 2015 में उन्होंने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी और पहली बार विधायक बने थे। 2017 में अरविंद केजरीवाल ने गहलोत को अपनी सरकार में शामिल किया था। आतिशी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में वो अभी कई अहम मंत्रालय संभाल रहे थे, जिसमें परिवहन, कानून सुधार, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, गृह विभाग के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग शामिल है।

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Updated 14:02 IST, November 17th 2024