पब्लिश्ड 08:24 IST, August 19th 2024
चंपई सोरेन कब थामेंगे भाजपा का दामन? JMM पर दाग लगाते हुए कहा- मैं आंसुओं को संभाल रहा था लेकिन...
Champai Soren News: 2 फरवरी 2024 से लेकर 3 जुलाई 2024 तक झारखंड के सीएम पद की कुर्सी संभालने वाले चंपई सोरेन ने रविवार को सोशल मीडिया के जरिए बड़ी बात बोल दी।
Champai Soren News: झारखंड की राजनीति में एक बार फिर बड़ा 'खेला' होने वाला है। भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने से पहले सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी कुर्सी चंपई सोरेन को दे दी थी, लेकिन जेल से रिहा होते ही उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री की गद्दी संभाल ली। इसके बाद से ही ये अटकलें तेज हो गई कि चंपई झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी का साथ छोड़ सकते हैं। रविवार को एक इमोशनल पोस्ट में उन्होंने लगभग साफ कर दिया कि उनके रास्ते अब JMM से अलग हो गए हैं।
2 फरवरी 2024 से लेकर 3 जुलाई 2024 तक झारखंड के सीएम पद की कुर्सी संभालने वाले चंपई सोरेन ने रविवार को सोशल मीडिया के जरिए बड़ी बात बोल दी। उन्होंने जेएमएम पार्टी पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया और साथ ही साफ कर दिया कि उनके लिए सभी विकल्प खुले हुए हैं। अब बड़ा सवाल ये है कि चंपई सोरेन कब झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन छोड़कर भाजपा से हाथ मिलाएंगे।
चंपई सोरेन BJP में कब शामिल होंगे?
चंपई सोरेन के भावुक पोस्ट के बाद अब ये रिपोर्ट सामने आई है कि वो आज यानि 19 अगस्त 2024 को JMM से अलग होकर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के हवाले से ये भी खबर सामने आई है कि बीजेपी के कई बड़े नेता चंपई से लगातार संपर्क में हैं।
'तीन दिन से आंसुओं को संभाल रहा था'
चंपई सोरेन ने अपने X अकाउंट पर लिखा, ''पिछले तीन दिनों से हो रहे अपमानजनक व्यवहार से भावुक होकर मैं आंसुओं को संभालने में लगा था, लेकिन उन्हें सिर्फ कुर्सी से मतलब था। मुझे ऐसा लगा, मानो उस पार्टी में मेरा कोई वजूद ही नहीं है, कोई अस्तित्व ही नहीं है, जिस पार्टी के लिए हम ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। इस बीच कई ऐसी अपमानजनक घटनाएं हुईं, जिसका जिक्र फिलहाल नहीं करना चाहता। इतने अपमान एवं तिरस्कार के बाद मैं वैकल्पिक राह तलाशने हेतु मजबूर हो गया।''
चंपई सोरेन ने इसी पोस्ट में आगे लिखा कि मैंने भारी मन से विधायक दल की उसी बैठक में कहा कि - "आज से मेरे जीवन का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है।" इसमें मेरे पास तीन विकल्प थे। पहला, राजनीति से सन्यास लेना, दूसरा, अपना अलग संगठन खड़ा करना और तीसरा, इस राह में अगर कोई साथी मिले, तो उसके साथ आगे का सफर तय करना। उस दिन से लेकर आज तक, तथा आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों तक, इस सफर में मेरे लिए सभी विकल्प खुले हुए हैं।
अपडेटेड 08:32 IST, August 19th 2024