Published 17:43 IST, July 19th 2024
'जीना मुश्किल कर देंगे'... झारखंड के पाकुड़ में 'लैंड जिहाद'; BJP ने हेमंत सोरेन सरकार को घेरा
Pakur News:झारखंड के पाकुड़ में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प की घटना ने माहौल तनावपूर्ण बना दिया। अब BJP दावा कर रही है कि पाकुड़ में 'लैंड जिहाद' देखा गया है।
Jharkhand News: झारखंड के पाकुड़ में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प की घटना ने माहौल तनावपूर्ण बना दिया है। भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि पाकुड़ में 'लैंड जिहाद' देखा गया है। मामला दो समुदायों के बीच झड़प नहीं हुई है, बल्कि बांग्लादेशी मुसलमानों की तरफ से हिंदू परिवार के घरों पर हमला किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने इसको लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
बाबूलाल मरांडी ने एक वीडियो शेयर किया है और कहा कि पाकुड़ जिला के महेशपुर थाना अंतर्गत गायबथान में 'लैंड जिहाद' का मामला सामने आया है, जहां घुसपैठियों ने जमीन मालिकों को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। अबुआ राज और जल-जंगल-जमीन के स्वयंभू ठेकेदार हेमंत सोरेन ने अब आदिवासियों की पहचान को मिटाने का ठेका ले रखा है। हेमंत सोरेन की सरकार में यदि आदिवासियों ने अपनी जमीन बांग्लादेशी घुसपैठियों के हाथ में नहीं सौंपी, तो उनका जीना मुहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी महानायकों की धरती पर आदिवासी महिलाओं बेटियों पर बढ़ता अत्याचार अत्यंत दुखद है।
गुरुवार को पाकुड़ में हुई हिंसक झड़प
इसके पहले 18 जुलाई को पाकुड़ के तारानगर गांव, ईलामी और नवादा में हिंदू-मुस्लिम समुदाय के बीच हिंसक झड़प की घटना हुई। पाकुड़ के डिप्टी कमिश्नर के प्रेस नोट में बताया गया कि दोनों समुदायों के बीच घटना के मद्देनजर विधि व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू की गई। इस दौरान 5 से अधिक व्यक्तियों को एक जगह पर इकट्ठा होने की मनाही है। उल्लंघन पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। फिलहाल घटना ने राजनीतिक रूप ले लिया है।
बाबूलाल मरांडी ने पाकुड़ के डीसी के प्रेस नोट पर कहा कि 'जिले में दो समुदायों के बीच झड़प नहीं हुई है, बल्कि बांग्लादेशी मुसलमानों की ओर से हिंदू परिवार के घरों पर हमला किया गया है। उपद्रवियों द्वारा पुलिस प्रशासन के वाहनों को भी निशाना बनाया गया है।' उन्होंने डीसी से कहा कि हिंदू समाज के उपर दोष मढ़ कर मामले को बैलेंस करने का प्रयास ना करें। सोशल मीडिया पर उक्त घटना के कई वीडियो उपलब्ध हैं। इस अक्षम्य घटना के दोषियों को चिन्हित कर शीघ्र गिरफ्तारी करते हुए कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही, जांच पड़ताल के नाम पर हिन्दुओं को अकारण प्रताड़ित करने और दोषियों को बचाने का प्रयास भी बंद होना चाहिए।
Updated 17:43 IST, July 19th 2024