अपडेटेड 5 February 2024 at 11:40 IST
विधानसभा के लिए रवाना हुए हेमंत सोरेन तो भाई बसंत ने फ्लोर टेस्ट से पहले कही ये बड़ी बात
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के फ्लोर टेस्ट को लेकर JMM विधायक और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन ने बड़ी बात कही है।
- भारत
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Jharkhand Politics: झारखंड की राजधानी रांची में सियासी हलचल तेज हो गई है। चंपई सोरेन सरकार सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत का सामना करेगी। इससे पहले JMM और गठबंधन के विधायक सर्किट हाउस से विधानसभा के लिए रवाना हुए। वहीं, हेमंत सोरेन भी फ्लोर टेस्ट में शामिल होने के लिए होटवार जेल से भारी सुरक्षा के बीच विधानसभा के लिए रवाना हुए।
झारखंड में नवगठित चंपई सोरेन सरकार सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत का सामना करेगी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद JMM विधायक दल के नेता चंपई सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री बने। आज उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करना है। फ्लोर टेस्ट से पहले हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन का बड़ा बयान सामने आया है।
बसंत सोरेन ने भाई के लिए कही बड़ी बात
हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन ने चंपई सरकार के फ्लोर टेस्ट पहले कहा कि हमें पुरा विश्वास की हम जीत हासिल करेंगे। JMM हेमंत सोरेन के साथ मजबूती से हमेशा खड़ी रहेगी। BJP के हर खेल का हमारी पार्टी जवाब देगी। हमारी एकता ही हमारी ताकत है और हमें कोई तोड़ नहीं सकता है। आज हम विश्ववास मत हासिल कर इसे साबित कर देंगे।
हम मजबूती से हेमंत सोरेन के साथ खड़े हैं-विजय हांसदा
वहीं,बहुमत साबित करने के लिए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार का फ्लोर टेस्ट है इसे लेकर JMM लोकसभा सांसद विजय कुमार हांसदा ने कहा, "मुझे लगता है कि हर कोई हमारी एकता देख सकता है। हम मजबूती से हेमंत सोरेन के साथ खड़े हैं। जनता भाजपा के गंदे खेल को समझ चुकी है..."
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इतने विधायकों के समर्थन की जरूरत
विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान नजर चंपई सोरेन के समर्थक विधायकों के संख्याबल पर रहेगी, क्योंकि इसी संख्याबल के आधार पर उनकी सरकार बचने वाली है। झारखंड की विधानसभा 81 सदस्यों वाली है और यहां बहुमत का साबित करने के लिए 41 सदस्यों का समर्थन चाहिए होता है। हालांकि राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात के दौरान चंपई सोरेन अपनी ताकत दिखा चुके हैं।
विधानसभा में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के 47 विधायक हैं और इसे सीपीआईएमएल (एल) (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी- लिबरेशन) के एक विधायक का बाहर से समर्थन प्राप्त है। सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों ने रविवार शाम हैदराबाद से रांची लौटने के तुरंत बाद विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने का भरोसा जताया।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 5 February 2024 at 10:55 IST