Published 22:06 IST, December 26th 2024
बेंगलुरु में 'डिजिटल अरेस्ट' के बाद जापानी नागरिक से 35.50 लाख रुपये की ठगी
बेंगलुरु में काम करने वाले जापानी नागरिक हिरोशी सासाकी को साइबर जालसाजों द्वारा 'डिजिटल अरेस्ट' करने के बाद उनसे 35.50 लाख रुपये की ठगी कर ली गई।
बेंगलुरु में काम करने वाले जापानी नागरिक हिरोशी सासाकी को साइबर जालसाजों द्वारा 'डिजिटल अरेस्ट' करने के बाद उनसे 35.50 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह घटना 12 से 14 दिसंबर के बीच घटित हुई।
डेयरी सर्किल के पास एक फ्लैट में रहने वाले सासाकी को 12 दिसंबर को एक फोन आया। फोन करने वाला व्यक्ति खुद को भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण से संबंधित बता रहा था। फोन करने वाले ने सासाकी को बताया कि उनका फोन नंबर अनधिकृत उपयोग के कारण ब्लॉक कर दिया जाएगा।
जापानी नागरिक से 35.50 लाख रुपये की ठगी
सासाकी से संपर्क टूटने से बचने के लिए उन्हें एक नंबर डायल करने को कहा गया। नंबर डायल करने पर सासाकी को तुरंत एक व्हाट्सएप कॉल आया, जिसमें किसी ने मुंबई पुलिस के साइबर अपराध प्रकोष्ठ से होने का दावा किया था। फोन करने वाले ने सासाकी को बताया कि वह धन शोधन के एक मामले में संलिप्त है।
जालसाजों ने उन्हें 'डिजिटल अरेस्ट' कर लिया और आरटीजीएस सहित विभिन्न माध्यमों से भुगतान करवाकर उनके बैंक खातों से 35.50 लाख रुपये निकाल लिए। उन्हें यह भी बताया गया कि जांच पूरी होने के बाद पैसा वापस कर दिया जाएगा। ठगे जाने का अहसास होने पर सासाकी ने दक्षिण-पूर्व साइबर अपराध, अर्थशास्त्र एवं नारकोटिक्स (सीईएन) पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
Updated 22:06 IST, December 26th 2024