पब्लिश्ड 09:42 IST, January 8th 2024
बुनियादी सुविधाओं से लेकर रक्षा, शिक्षा, तकनीकी तक...भारत ने Maldives का हर कदम पर साथ
India Maldives: मालदीव के लिए पर्यटन ही आर्थिक स्त्रोत का मुख्य जरिया है। ऐसे में भारत में उसको लेकर हो रहे विरोध से उसे बड़ा नुकसान होने वाला है।
India-Maldives Relation: पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर मालदीव के नेताओं ने जो बयान दिया, उसको लेकर मालदीव (Maldives) की खूब भद्द पिट रही है। सोशल मीडिया यूजर्स मालदीव को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर भारत सरकार ने ऐसे बयानों पर कोई रिएक्शन नहीं दिया है। इसके बाद भी मालदीव को बड़ा नुकसान हुआ है। जिन लोगों ने मालदीव यात्रा का प्लान किया था, उनमें अधिकतर लोगों ने अपने टिकट कैंसिल कर दिए हैं।
मालदीव पर्यटन भरोसे
बता दें कि मालदीव के लिए पर्यटन ही आर्थिक स्त्रोत का मुख्य जरिया है। ऐसे में भारत में उसको लेकर हो रहे विरोध से उसे बड़ा नुकसान होने वाला है। बता दें कि मालदीव एक छोटा सा द्वीप राष्ट्र है। वहां हाल ही में मोहम्मद मुइज्जू नए राष्ट्रपति बने हैं। मोहम्मद मुइज्जू का झुकाव चीन की तरफ माना जाता है। ऐसे में भारत और मालदीव के रिश्तों में कड़वाहट साफ देखी जा रही है।
भारत ने कदम-कदम पर की सहायता
ताजा हालात में मालदीव का जो रूख है, उससे पहले की तस्वीर देखें तो भारत ने कई मौकों पर मालदीव का साथ खड़ा रहा। 1965 में भारत पहला देश था जिसने मालदीव को मान्यता दी थी और उसके साथ राजनयिक संबंध स्थापित किये थे। पिछले महीने पीएम मोदी ने दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के मौके पर मालदीव के राष्ट्रपति से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों देश अपनी साझेदारी को मजबूत करने पर सहमत हुए थे। मालदीव में विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए पीएम मोदी ने मिलकर काम करने के लिए 1.4 अरब डॉलर के वित्तीय सहायता पैकेज की घोषणा की थी।
इसके अलावा भारत मालदीव की रक्षा प्रशिक्षण जरुरतों को लगभग 70 प्रतिशत पूरा करता है। बीते 10 सालों में भारत ने 1,500 से अधिक मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (MNDF) को ट्रेनिंग दी है। मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल को भारतीय नौसेना ने एसएआर, हवाई निगरानी, मेडवैक, हेलो-बोर्न वर्टिकल इंसर्शन के लिए हवाई संपत्ति भी प्रदान की है। इसके अलावा भारत ने एमएनडीएफ को फायर एंड रेस्क्यू सर्विस के लिए ट्रेनिंग दे रहा है। इसके साथ ही भारत ने मालदीव में शिक्षा, तकनीकि के क्षेत्र में बड़ी सहायता की है। 1995 में भारतीय अनुदान सहायता से इंदिरा गांधी मेमोरियल अस्पताल बनवाया, करोड़ों रुपये से मालदीव तकनीकी शिक्षा संस्थान का निर्माण जैसी सहायताएं दी।
अपडेटेड 14:54 IST, January 8th 2024