पब्लिश्ड 15:17 IST, January 6th 2025
HMPV VIRUS: कर्नाटक में 2 केस मिलने के बाद हड़कंप, एक्शन में CM सिद्धारमैया; बताया- बीमारी से बचने के लिए क्या कर रही सरकार
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने HMPV वायरस पर कहा, "ये दो बच्चों में पाया गया है। ये देखकर मैंने तुरंत कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव से बात
चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस तेजी से फैल रहा है। यह वायरस खास तौर से बच्चों में देखा जा रहा है। चीन में HMPV वायरस की वजह से एक बार फिर से कोरोना महामारी जैसी स्थिति बन गई है। अब यह वायरस धीरे-धीरे भारत में भी पैर पसारने लगा है। कर्नाटक के बैंगलुरू में दो बच्चों में इस वायरस की पुष्टि होने का बाद हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में हैं। कर्नाटक CM सिद्धारमैया भी एक्शन में आ गए हैं।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु एक 8 महीने और एक तीन महीने की बच्ची में HMPV वायरस डिटेक्ट किया गया है। दोनों बच्ची शहर के एक ही प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती थे जहां इनमें वायरस की पुष्टि हुई। एक बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अस्पताल की तरफ से बताया कि दूसरी बच्ची के स्वास्थ्य में भी सुधार हो रहा है। वहीं, शहर में दो केस आने के बाद प्रशासन भी अलर्ट हैं। सीएम सिद्धारमैया ने भी पूरे मामले पर स्वास्थ्य मंत्री से बात की है।
CM सिद्धारमैया ने स्वास्थ्य मंत्री से की बात
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने HMPV वायरस पर कहा, "ये दो बच्चों में पाया गया है। ये देखकर मैंने तुरंत कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव से बात की। सरकार इस रोग को खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। लोगों को भी सर्तक रहने की जरूरत है। HMPV वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है।
स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा?
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने HMPV वायरस पर कहा, यह कोई नया वायरस नहीं है, यह कई सालों से है। कम प्रतिरक्षा वाले लोग, जैसे बच्चे और कुछ लोग इससे संक्रमित हो सकते हैं। यह पहला मामला नहीं है, ऐसे कई मामले हैं और वे कई सालों से हैं। इससे मौतें नहीं होती। जिन्हें यह हुआ है वे भारत से ही हैं, वे कहीं बाहर से यात्रा करके नहीं आए हैं। घबराने की जरूरत नहीं है।
क्या है HMPV वायरस?
US सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, HMPV सभी उम्र के लोगों, खासकर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में ऊपरी और निचले श्वसन रोग का कारण बन सकता है। 2001 में इसका पता लगाया गया था और यह श्वसन सिंकिटियल वायरस (RSV) के साथ न्यूमोविरिडे से संबंधित है। HMPV के लक्ष्णों की बात करें, तो इसमें सामान्य सर्दी या फ्लू जैसे ही लक्षण दिखाई देते हैं। गंभीर मामलों में, यह घरघराहट या सांस की तकलीफ, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया या अस्थमा के बढ़ने का कारण बन सकता है।
अपडेटेड 15:17 IST, January 6th 2025