Published 09:42 IST, December 11th 2024
कोरोना के बाद हो रही अचानक मौतों की वजह वैक्सीन नहीं...संसद में सरकार ने बता दिया सडेन डेथ का कारण
जेपी नड्डा ने स्टडी के हवाले से कहा कि कोविड वैक्सीन से युवाओं की मौतों का से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार 5 फैक्टर्स के बारे में जानकारी दी।
Government on Sudden Deaths: पिछले कुछ सालों में अचानक हुई मौतों में वृद्धि देखने को मिली है। खासतौर पर युवाओं में। कोई खेलता हुआ, तो कोई डांस करते हुए... तो कभी बैठे-बैठे, लोग मौत के मुंह में समा रहे हैं। हार्ट अटैक के चलते लोगों की मौतें हो रही है। इसके पीछे कोरोना वैक्सीन को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। हालांकि सरकार ने अब संसद में बताया है कि अचानक हो रही इन मौतों के लिए जिम्मेदार नहीं है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने ICMR की स्टडी का हवाला देते हुए कहा है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने से भारत में युवाओं और वयस्कों में अचानक मौत का खतरा नहीं बढ़ा है। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार 5 फैक्टर्स के बारे में भी जानकारी दी।
‘मौतों से कोरोना वैक्सीन का संबंध नहीं’
मंगलवार (10 दिसंबर) को राज्यसभा में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एक लिखित जवाब में कहा कि कोविड वैक्सीन से युवाओं की मौतों का से कोई संबंध नहीं है। इससे उधर उनका तो यह कहना है कि ICMR की स्टडी से यह मालूम चलता है कि वैक्सीन वास्तव में ऐसी मौतों की संभावना को कम करता है।
ICMR ने स्टडी से क्या चला पता?
इसमें बताया गया कि मई-अगस्त के महीनों में देश के 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों में एक स्टडी हुई। स्टडी में अचानक मौत के कुल 729 मामले के सैंपल लिए गए। इसके अलावा 2916 सैंपल ऐसे भी थे, जिन्हें हार्ट अटैक आने के बाद बचाया गया। स्टडी में 18-45 वर्ष की उम्र के उन लोगों को शामिल किया, जिनकी स्वस्थ होने के बाद भी 1 अक्टूबर 2021 से 31 मार्च 2023 के बीच अस्पष्ट कारणों से अचानक मृत्यु हो गई।
इस स्टडी के जरिए यह निष्कर्ष निकाला गया कि कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक या दो खुराक लेने से बिना किसी कारण के अचानक मृत्यु की संभावना कम होती है।
फिर कौन-से 5 फैक्टर्स है जिम्मेदार?
इसके साथ ही रिसर्च में यह भी बताया गया है कि फिर आखिर वो कौन से फैक्टर्स हैं, जो सडेन डेथ के लिए जिम्मेदार माने जा सकते हैं? इसके 5 फैक्टर्स बताए गए हैं...
1. कोविड 19 के दौरान अस्पताल में भर्ती होना
2. परिवार में पहले अचानक किसी की अचानक मृत्यु होना
3. मौत से 48 घंटे पहले काफी शराब पीना
4. मौत से 48 घंटे पहले ज्यादा शरीरिक गतिविधि करना, जिसमें जिम में एक्सरसाइज भी शामिल है
5. नशीली दवाओं का इस्तेमाल करना
गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीन से साइड इफेक्ट का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुका है। ब्लड क्लोटिंग जैसे साइड इफेक्ट् के चलते एक याचिका दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया और कहा कि यह सिर्फ सनसनी पैदा करने के लिए दायर की गई है।
Updated 09:42 IST, December 11th 2024