अपडेटेड 11 October 2023 at 20:50 IST
Shardiya Navratri 2023 : शारदीय नवरात्रि पर कब करें घटस्थापना? जानिए शुभ मुहूर्त और स्थापना विधि
Shardiya Navratri 2023 Kalash Staphana : शारदीय नवरात्रि के दौरान आप इस शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना कर सकते हैं।

Shardiya Navratri 2023 Kalash Staphana : हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है। इस साल ये तिथि अक्टूबर महीने में पड़ रही है। शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से होगी, जिसका समापन 24 अक्टूबर को होगा। शारदीय नवरात्रि के दौरान कुछ लोग नवरात्रि की प्रतिपदा और अष्टमी तिथि का व्रत करते हैं तो कुछ पूरे नौ दिन तक उपवास करते हैं। माना जाता है कि नौ दिनों तक आस्था के साथ मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना करने से देवी दुर्गा प्रसन्न होकर आपकी हर मनोकामना पूरी करती हैं।
स्टोरी में आगे पढ़ें...
- इस मुहूर्त में करें कलश स्थापना
- जानिए कलश स्थापना की सामग्री और विधि
- नौ दिन तक करें कलश की पूजा
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के भक्त पूरे नौ दिन के लिए घटस्थापना करते हैं। इन नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। वहीं, प्रतिपदा तिथि यानी पहले दिन कलश स्थापना के साथ मां दुर्गा की पूजा शुरू होती है। अगर कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त की बात की जाए तो 15 अक्टूबर को 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक कलश की स्थापना की जा सकती है। इस दिन कलश स्थापना के लिए 46 मिनट का समय दिया गया है। आप कलश स्थापित कर शारदीय नवरात्रि के व्रत करने की शुरुआत कर सकते हैं।
कलश स्थापना का महत्व
माना जाता है कि शारदीय नवरात्रि के दौरान कलश स्थापना करने से घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है। साथ ही मां दुर्गा प्रसन्न होकर घर में हमेशा सुख-समृद्धि बने रहने का आशीर्वाद देती है। आइए जानते हैं कि आपको कलश स्थापना के लिए किन सामग्रियों की जरूरत पड़ेगी और आप किस पूजा विधि के साथ कलश की स्थापना कर सकते हैं।
कलश स्थापना सामग्री
- मिट्टी का एक पात्र
- जौ
- मिट्टी
- पानी
- मिट्टी का कलश
- आम की पत्तियां
- अक्षत
- सुपारी
- गंगाजल
- नारियल
- लाल कपड़ा
- लाल चुन्नी
- दूर्वा घास
- कलावा
- 1 रुपये का सिक्का
कलश स्थापना विधि
- सबसे पहले मिट्टी की एक छोटी कटोरी जैसे पात्र में सूखी मिट्टी डालकर उसमें जौ के बीज डाल दें और ऊपर से ताजा पानी छिड़क दें।
- इसके बाद मिट्टी का कलश या जो भी कलश आपके पास है वह लेकर उसके चारों और मौली बांध दें।
- अब कलश के बीच में लाल रंग के सतिया बनाएं।
- अब इस कलश में पानी डालकर इसमें थोड़ा सा गंगाजल मिला दें।
- कलश में पानी डालने के बाद इसमें एक साबूत सुपारी, दूर्वा घास, अक्षत और 1 रुपये का सिक्का डाल दें।
- अब कलश के मुख परपांच आम के पत्ते रखें।
- इसके बाद एक नारियल लें और उसे लाल चुन्नी में लपेटकर कलश के मुख पर आम की पत्तियों के ऊपर रख दें।
- आपको नौ दिनों तक सुबह-शाम मां दुर्गा के विभिन्न रूपों के साथ-साथ कलश की भी स्थापना करनी है, साथ ही कलश के भीतर और जिस पात्र में आपने जौ बोई है उसमें पानी डालते रहना है।
ये भी पढ़ें : Hair Care Mistakes: फेस्टिव सीजन में भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना उड़ जाएगी बालों की चमक
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Advertisement
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 11 October 2023 at 20:49 IST