Published 22:56 IST, October 26th 2024
ये नायक नहीं, खलनायक हैं... Vinesh Phogat पर बृजभूषण का बड़ा हमला, ट्रायल को लेकर जो बोला; बवाल तय!
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने कुश्ती छोड़कर राजनीति में आईं भारतीय स्टार पहलवान विनेश फोगाट पर बड़ा हमला बोला है।
Brij Bhushan Singh Attack on Vinesh Phogat : कुश्ती (Wrestling) छोड़कर राजनीती में आईं भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) बृजभूषण सिंह ने अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। पूर्व WFI चीफ और बीजेपी नेता बृजभूषण (Brij Bhushan) ने विनेश (Vinesh) को खलनायक बताया है।
बृजभूषण का ये बयान तब आया है, जब विनेश फोगाट आधिकारिक तौर पर विधायक बन गई हैं। विनेश (Vinesh) ने कल शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा विधायक के रूप में शपथ ली थी। विनेश जब पहली बार हरियाणा विधानसभा पहुंचीं तो उनका अंदाज अलग था। वो एक खिलाड़ी और एथलीट की ड्रेस में हरियाणा विधानसभा पहुंचीं और खिलाड़ियों के साथ-साथ किसानों और नौजवानों के लिए आवाज बुलंद की।
WFI के पूर्व चीफ बृजभूषण पर साधा निशाना
जुलाना से कांग्रेस MLA विनेश (Vinesh) ने खिलाड़ियों और किसानों के लिए जहां आवाज बुलंद की तो वहीं इशारों-इशारों में भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) पर निशाना साधा। विनेश (Vinesh) ने सोशल मीडिया पर अपने शपथ ग्रहण का एक फोटो शेयर करते हुए लिखा-
मैं रोशनी थी मुझे फैलते ही जाना था, वो बुझ गए जो समझते रहे चिराग मुझे।
विनेश (Vinesh) ने अपने इस पोस्ट से बृजभूषण (Brij Bhushan) को ये कहने की कोशिश की कि वो उन्हें नहीं रोक सकते और उन्हें रोकने के चक्कर में वो खुद बर्बाद हो गए, लेकिन अब बृजभूषण ने विनेश पर हमला बोला है। बीजेपी नेता बृजभूषण ने शनिवार को एक बयान में कहा-
ये पहलवान हक के लिए नहीं बैठे हैं, ये खिलाड़ियों के हक को मारने के लिए बैठे हैं। विनेश गलत ट्रॉयल देकर गई, लगातार नेशनल टूर्नामेंट इन्हीं खिलाड़ियों की ओर से रोका जा रहा है, ये नायक नहीं, खलनायक हैं।
खेल मंत्रालय-WFI में ठनी पर भी की बात
WFI के पूर्व चीफ बृजभूषण सिंह ने इसके अलावा भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) और खेल मंत्रालय में पिछले कुछ समय से चल रही अनबन पर भी बात की, जो अब सुलझ गई है। दरअसल इससे पहलवान इंटरनेशनल कुश्ती प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले पा रहे थे। बृजभूषण ने इस पर कहा-
भारत सरकार के खेल मंत्रालय ने प्रतिबंध लगा रखा है। अंतरराष्ट्रीय संगठन सरकार का हस्तक्षेप नहीं मानता है, लेकिन कल खेल मंत्री मनसुख मांडविया के हस्तक्षेप से समाधान निकल गया है।
दरअसल मामला अल्बानिया (Albinia) में होने वाली विश्व कुश्ती चैंपियनशिप (World Wrestling Championship) का था, जिसमें चुने गए 12 पहलवानों ने शुक्रवार को दिल्ली में खेल मंत्री मनसुख मांडविया के आवास के बाहर डेरा जमाने और उनसे हस्तक्षेप की मांग की थी। इसके बाद सरकार ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में भारत की भागीदारी को मंजूरी दे दी। इससे पहले WFI ने गुरुवार को तीनों भारतीय टीमों को विश्व कुश्ती चैंपियनशिप से हटाने का फैसला किया था, क्योंकि साक्षी मलिक के पति पहलवान सत्यव्रत कादियान ने अंडर 23 और सीनियर विश्व चैंपियनशिप के लिए ट्रायल आयोजित करने के महासंघ के फैसले के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया।
खेल मंत्रालय ने दिया ये बयान
खेल मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा-
कुछ पहलवानों ने आज मुझसे मुलाकात करके इस मुद्दे और अपनी चिंताओं से अवगत कराया। मैंने निर्देश दिया कि अदालत का मामला अदालत में जारी रहेगा लेकिन पहलवानों को विश्व चैंपियनशिप में भाग लेना चाहिए। उन्हें यह मौका मिलना चाहिए। मुझसे जो कुछ हो सकता था मैंने वो किया।
WFI अध्यक्ष संजय सिंह की भूमिका
पहलवानों ने WFI के अध्यक्ष संजय सिंह (Sanjay Singh) के साथ मंत्री से मुलाकात की। बातचीत करीब एक घंटे तक चली। संजय सिंह ने कहा-
हमने मंत्री के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि महासंघ पर अवमानना का आरोप लगाया गया तो वह इसकी जिम्मेदारी लेंगे और टीम की भागीदारी को मंजूरी दे दी। टिकट पहले ही बुक हो चुके हैं और टीम रविवार सुबह निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रवाना होगी।
बता दें कि विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और साक्षी मलिक (Sakshi Malik) समेत कई महिला पहलवानों के कथित यौन शोषण के आरोपों के बाद खेल मंत्रालय (Sports Ministry) ने बृजभूषण (Brij Bhushan) की अगुवाई वाले भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को सस्पेंड कर दिया था। बृजभूषण (Brij Bhushan) ने WFI चीफ पद गंवा दिया था, क्योंकि उनके खिलाफ पहलवानों ने सड़कों पर मोर्चा खोला था।
Updated 23:06 IST, October 26th 2024