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पब्लिश्ड 23:23 IST, December 31st 2024

Sambhal: धीरेंद्र शास्त्री ने संभल में हनुमान जी की मूर्ति मिलने को लेकर कर दिया बड़ा दावा, कहा- SP ने उन्हें फोन कर...

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि हनुमान जी की मूर्ति मिलने के बाद संभल एसपी ने उनको फोन कर इसकी जानकारी दी थी।

Reported by: Rupam Kumari
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Dhirendra Shastri
धीरेंद्र शास्त्री | Image: x@bageshwardham

उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद से बस ही कुछ ही मीटर की दूरी पर बीते दिनों एक हनुमान मंदिर मिली थी। जिसकी चर्चा पूरी देश में जमकर हुई थी। दरअसल, मस्जिद इलाके में बिजली चोरी की शिकायत के बाद प्रशासन की छापेमारी में इस मंदिर का खुलासा हुआ था। 46 साल बाद प्रशासन की मौजूदगी में इस मंदिर का ताला खोला गया था। अब इस मंदिर को लेकर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने बड़ा दावा किया है।

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि हनुमान जी की मूर्ति मिलने के बाद संभल एसपी ने उनको फोन कर इसकी जानकारी दी थी। बाबा बागेश्वर ने आगे कहा, संभल हमारे प्रिय अधिकारी वहां के एसपी हैं। बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। संभल में सब जगह खुदाई हो रही है और गली मोहल्ला में कहीं शंकर जी मिल रहे हैं तो कहीं हनुमान जी मिल रहे हैं।

संभल मंदिर को लेकर धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा दावा

धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि जब एसपी ने फोन करके यह बताया कि महाराज जी संभल में हनुमान जी का मंदिर मिला है तो मैंने उन्हें कहा, अयोध्या में राम जी आ गए हैं तो संभल में हनुमान जी नहीं आएंगे तो कौन आएगा, हनुमान जी ही तो आएंगे।बता दें कि बीते दिनों संभल जामा मस्जिद इलाके में बिजली चोरी की शिकायत मिली थी। क्षेत्र का निरीक्षण करते समय प्रशासन की टीम अचानक इस मंदिर के पास पहुंचे।

46 साल मंदिर की हुई खोज

मुस्लिम बाहुल्य इलाके में यह मंदिर था और इस पर अवैध कब्जा कर लिया गया था। फिर आलाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। दिर को खोला गया और साफ-सफाई की गई।  46 साल बाद इस मंदिर में सुबह की आरती हुई थी। नमाज की आवाज के बीच बर्क के मोहल्ले में  शंख और घंटी की भी आवाज गूंजी थी। अब बढ़ी संख्या में लोग मंदिर में दर्शन करने लोग पहुंच रहे हैं।

1978 दंगे में क्या हुआ था?

स्थानीय लोगों का दावा है कि 1978 में सांप्रदायिक दंगों के बाद हिंदू समुदाय के सदस्यों के यहां से पलायन करने के बाद से ही यह मंदिर बंद था। मंदिर पर मुस्लिमों ने कब्जा कर मकान में मिला लिया था। इतना ही नहीं मंदिर के बराबर कुएं को भी पाट दिया गया था। बता दें कि भस्म शंकर मंदिर सपा सांसद जिया उर्रहमान बर्क के आवास से महज दो सौ और सर्वे को लेकर चर्चा में आई शाही मस्जिद से पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित है।

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Updated 23:23 IST, December 31st 2024