Published 09:29 IST, December 10th 2024
'मेंटल हॉस्पिटल में इलाज...', हिंदुत्व को बीमारी बताने पर इल्तिजा मुफ्ती पर भड़के धीरेंद्र शास्त्री
इल्तिजा मुफ्ती के हिंदुत्व को बीमारी बताने वाले बयान पर पलटवार करते हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हिंदुत्व बीमारी नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए दवा है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी PDP नेता इल्तिजा मुफ्ती ने बीते दिनों हिंदुत्व और सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था। उनके बयान की हर तरफ आलोचना हो रही है। अब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इल्तिजा मुफ्ती को करारा जवाब दिया है। साथ ही उन्हें अपने दिमाग के इलाज कराने की भी सलाह दे डाली।
इल्तिजा मुफ्ती के हिंदुत्व को बीमारी बताने वाले बयान पर पलटवार करते हुए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हिंदुत्व बीमारी नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए दवा है। हिंदुत्व एक जीवन सैली है।हिंदुत्व एक जीवन जीने की विचार धारा है, हिंदुत्व इस संसार में एकता के लिए अति आवश्यक है। पूरी दुनिया के लिए हिंदुत्व वो है जो बासुधेव कुटुंभकम की चर्चा करता है। हिन्दुत्व वो है जो सब में राम देखता है। हिंदुत्व वो है जो नर में नारायण देखता है। हिंदुत्व वह है जो बेटी में गौरी देखा है।
इल्तिजा को मेंटल हॉस्पिटल जाने की जरूरत- धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे कहा कि इल्तिजा मुफ़्ती का हिंदुत्व को लेकर दिया हुआ बयान बहुत ही वाहियात है,अपनी मानसिकता का इलाज करवाए इनको मेंटल हॉस्पिटल में जाने की आवश्यकता है इनको अपने दिमाग के इलाज की आवश्यकता है। इल्तिजा पर तंज कसते हुए बाबा बागेश्वर ने कहा कि 'ये लोग शर्म नहीं आती अपने चाचा और अब्बू से शादी कर लेते हैं'। इल्तिजा जो भी है, इनको शर्म नहीं आती अपने मन से वाहियाद बयान देने में। हिंदुओं से अपील करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सनातनी को आगे आकर इस बात को पुरजोर तरीके से उठाना होगा। ताकि इन्हें पता लगे हिंदुत्व बीमारी है या दवा।
इल्तिजा ने हिंदु धर्म को क्या कहा था?
बता दें कि पूरा मामला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से शुरू हुआ था, जहां इल्तिजा मुफ्ति ने रतलाम की एक घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह सब देखकर भगवान राम भी बेबसी और शर्म से सिर झुका लेंगे कि उनके नाम का इस्तेमाल करके नाबालिग मुस्लिम बच्चों को सिर्फ इसलिए चप्पलों से मारा जा रहा है क्योंकि उन्होंने राम का नाम लेने से इनकार कर दिया। हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को प्रभावित किया है और भगवान के नाम को कलंकित किया है।"
हिंदुत्व को लेकर उन्होंने कहा कि हिंदुत्व और हिंदू धर्म में बहुत अंतर है। हिंदुत्व नफरत की भावना के बारे में है, जिसे सावरकर ने 40 के दशक में फैलाया था, जिसका उद्देश्य हिंदुओं का आधिपत्य स्थापित करना था, और दर्शन यह था कि भारत हिंदुओं का है और हिंदुओं के लिए है। हिंदू धर्म, इस्लाम की तरह, एक ऐसा धर्म है जो धर्मनिरपेक्षता, प्रेम और करुणा को बढ़ावा देता है, आइए इसे जानबूझकर विकृत न करें। 'जय श्री राम' का नारा अब रामराज्य के बारे में नहीं है, बल्कि इसका इस्तेमाल मॉब लिंचिंग के दौरान किया जा रहा है। हिंदू धर्म को विकृत किया जा रहा है।
Updated 09:29 IST, December 10th 2024