Published 21:20 IST, December 24th 2024
दिल्ली सरकार स्कूल न जाने वाले बच्चों की पहचान के लिए सर्वेक्षण कराएगी
दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने स्कूल न जाने वाले बच्चों (ओओएससी) की पहचान करने तथा स्कूलों में उनका नामांकन कराने के लिए 246 टीम गठित की हैं। ये टीम शीतकालीन अवकाश के दौरान अपने अभियान को अंजाम देगा।
दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने स्कूल न जाने वाले बच्चों (ओओएससी) की पहचान करने तथा स्कूलों में उनका नामांकन कराने के लिए 246 टीम गठित की हैं। ये टीम शीतकालीन अवकाश के दौरान अपने अभियान को अंजाम देगा। शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाली संस्था समग्र शिक्षा ने 18 दिसंबर को जारी एक परिपत्र में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक व्यापक सर्वेक्षण की घोषणा की।
सर्वेक्षण निकटवर्ती विद्यालयों में नामांकन के लिए विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (सीडब्लूएसएन) और दिव्यांगों सहित ओओएससी की पहचान करने पर केंद्रित होगा। परिपत्र के मुताबिक सर्वेक्षण जिला शहरी संसाधन केंद्र समन्वयकों (डीयूआरसीसी), जिला समन्वयकों और समावेशी शिक्षा शाखा (आईईबी) के नेतृत्व में समग्र शिक्षा-दिल्ली टीम द्वारा जिलेवार आयोजित किये जाएंगे। दिशा-निर्देशों में निर्दिष्ट किया गया है कि सर्वेक्षण टीम में एक अतिरिक्त सदस्य, जैसे कि एक संसाधन व्यक्ति (सीडब्लूएसएन) या एक अतिथि विशेष शिक्षा शिक्षक शामिल होगा।
इसके मुताबिक सर्वेक्षण में छह साल से कम और छह से 19 साल के आयु वर्ग के बच्चों को शामिल किया जाएगा। यह प्रतिदिन पूर्वाह्न नौ बजे से अपराह्न एक बजे के बीच आयोजित किया जाएगा। टीम निवासियों का विश्वास जीतने और सटीक जानकारी एकत्र करने के लिए आधिकारिक सर्वेक्षण किट और पहचान योग्य लोगो वाले आईडी कार्ड पहनेंगी।
सर्वेक्षण दलों को डीयूआरसीसी को दैनिक रिकॉर्ड प्रस्तुत करना होगा, जिसे शाम पांच बजे तक समग्र शिक्षा मुख्यालय में ओओएससी सेल को भेज दिया जाएगा। समन्वय दल द्वारा हस्ताक्षरित और डीयूआरसीसी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित एक पूरी रिपोर्ट 15 जनवरी तक समग्र शिक्षा मुख्यालय को प्रस्तुत की जानी चाहिए। विभाग ने बताया कि सर्वेक्षण के दौरान पहचाने गए बच्चों, जिनमें सीडब्लूएसएन भी शामिल है, को 31 जनवरी तक विद्यालयों में दाखिला दे दिया जाएगा। उनके नामांकन पर अंतिम रिपोर्ट सात फरवरी तक प्रस्तुत की जाएगी।
Updated 21:20 IST, December 24th 2024