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Published 09:34 IST, September 14th 2024

CM केजरीवाल की रिहाई होते ही दिल्ली में खड़ा हो गया विवाद, BJP कह रही- हिंदू विरोधी है AAP

दिल्ली में 1 जनवरी 2025 तक पटाखों को बैन लगा है। हालांकि फैसले के चार दिन बाद ही AAP कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की, जिसको लेकर बीजपी हमलावर है।

Reported by: Digital Desk
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Delhi CM Arvind Kejriwal
दिल्ली सीएम केजरीवाल की जेल से रिहाई के बाद नया विवाद खड़ा हुआ। | Image: Facebook

Delhi News: अरविंद केजरीवाल की रिहाई का जश्न दिल्ली में खूब मना। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटी, ढोल नगाड़े पर खूब नाचा-कूदा गया और जमकर आतिशबाजी भी हुई। इसी के साथ दिल्ली में एक नया विवाद खड़ा हो गया। भारतीय जनता पार्टी ने केजरीवाल की रिहाई के दौरान पटाखे फोड़े जाने पर आपत्ति जताई है और आम आदमी पार्टी को हिंदू विरोधी करार दिया है।

बीजेपी के नेता शहजाद पूनावाला कहते हैं- 'AAP की पाखंड और हिंदू विरोधी मानसिकता। हिंदुओं के लिए: 1 जनवरी 2025 तक पटाखों पर प्रतिबंध- दिवाली पर पटाखे नहीं जलाए जाएंगे क्योंकि वो प्रदूषण करते हैं। लेकिन जब केजरीवाल को सशर्त जमानत पर रिहा किया गया तो बड़े पैमाने पर पटाखे फोड़े गए। ये धर्मनिरपेक्ष, प्रदूषण रहित पटाखे हैं?'

केजरीवाल की रिहाई पर हुई आतिशबाजी

दरअसल, दिल्ली में AAP सरकार ने 4 दिन पहले ही पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया। 1 जनवरी 2025 तक शहर में पटाखों को बैन किया गया। हालांकि इस फैसले के चार दिन बाद ही खुद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की। मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास, पार्टी कार्यालय और तिहाड़ जेल के बाहर पटाखे और आतिशबाजी जलाई गई, जिससे घना धुआं निकला। इस मुद्दे पर दिल्ली सरकार की ओर से कोई टिप्पणी नहीं मिली।

बीजेपी के नेता लगातार हमलावर

दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर कहते हैं कि मंत्री गोपाल राय ने सिर्फ चार दिन पहले दशहरा, काली पूजा और दिवाली के दौरान पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगाया था, ये कहते हुए कि इससे प्रदूषण बढ़ता है। लेकिन आज सैकड़ों AAP कार्यकर्ताओं ने बेशर्मी से केजरीवाल के घर, पार्टी कार्यालय और तिहाड़ जेल के बाहर पटाखे फोड़े। कपूर ने मांग की कि सरकार को दिल्लीवासियों को बताना चाहिए कि अगर हिंदू त्योहारों पर पटाखे नहीं जला सकते, तो AAP कार्यकर्ता कैसे जला सकते हैं?

156 दिन बाद जेल से हुई केजरीवाल की रिहाई

सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल जेल से रिहा हुए हैं। 21 मार्च को उनकी गिरफ्तारी हुई थी। बाद में 26 जून को सीबीआई ने अपनी गिरफ्त में लिया था। दोनों मामलों में जमानत मिलने के बाद केजरीवाल शुक्रवार को दिल्ली की तिहाड़ जेल से बाहर आए।

उनके पार्टी नेताओं और समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में केजरीवाल ने कहा कि वो देश को कमजोर करने के लिए काम कर रही 'राष्ट्र-विरोधी' ताकतों से लड़ते रहेंगे और कहा कि जेल में रहने से उनका संकल्प और मजबूत हुआ है। केजरीवाल ने तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद चंदगीराम अखाड़े से अपने आधिकारिक आवास तक रोड शो किया और कहा कि देश एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, क्योंकि कुछ 'राष्ट्र-विरोधी ताकतें' इसे कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।

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Updated 09:34 IST, September 14th 2024