पब्लिश्ड 22:56 IST, August 11th 2024
'मेरे बच्चे को ले जाकर फ्रीज में डाल...', मृतक की मां ने की मुआवजे की मांग; बोली- 'मेरा बेटा शेर था'
मृतक बच्चे की मां ने बताया, 'जब हमारे पति अपने बच्चे की लाश को लेकर जा रहे थे तो चार पुलिस वाले उनके हाथों से मेरे बच्चे का शव को जलाने के लिए छीनकर ले भागे'
रविवार (11 अगस्त) को बाहरी दिल्ली के रहनहोला इलाके में एक 13 वर्षीय नाबालिग की करंट लगने से मौत हो गई। इस हादसे के बाद मृतक बच्चे की मां ने दिल्ली सरकार से मुआवजे की मांग की है। बच्चे की मां अनीता देवी ने दावा किया कि जो लोग चोरी से बिजली लेकर गौशाला चला रहे थे उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया गया? जब हमारे पति अपने बच्चे की लाश को लेकर जा रहे थे तो चार पुलिस वाले उनके हाथों से मेरे बच्चे का शव को जलाने के लिए छीनकर ले भागे, ऐसा अन्याय क्यों? उन्होंने मेरे बच्चे को लेजाकर फ्रीज में डाल दिया और मुझे नहीं दिया।
मृतक की मां ने पुलिस प्रशासन पर हमला बोलते हुए कहा, ‘वो पैसे वाले हैं और हम गरीब हैं। इसलिए हमारी कोई सुनवाई नहीं। पुलिस वाले हमें वहां से भगा रहे थे। जब हमारे पास किसी चीज का जवाब नहीं आया तो हम लोग मोहल्लेवालों के साथ सड़कों पर उतर आए। जब अंतिम संस्कार हो जाएगा तो मुझे न्याय नहीं मिलेगा हमारी कॉलोनी वासी सड़कों पर उतर आए हैं। हमें न्याय चाहिए, पब्लिक रोड पर इकट्ठा हो गई तो पुलिस वाले तेजी से मेरे बच्चे का शव लेकर भागे। जब मैंने उनका पीछा किया और अपने बच्चे की लाश को पकड़ ली तो पुलिस वालों ने मुझे उससे अलग कर दिया। मुझे मुआवजा चाहिए, मेरा बेटा शेर था।’
खंभे से लगा करंट, हुई मौत
बाहरी दिल्ली पुलिस उपायुक्त जिमी चिराम ने मीडिया को बताया कि एक पीसीआर काल के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली कि कोटला विहार फेज-2 में कुछ बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। इस दौरान एक बच्चा बिजली के खंभे से छू गया और करंट लगने की वजह से उसकी मौत हो गई। जिस खंभे में करंट उतर रहा था वो एक गौशाला को बिजली देने के लिए लगाया गया था। दिल्ली पुलिस ने आगे बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
मृतक की मां ने की एक्शन की मांग
हादसे के बाद मृतक की मां अनीता देवी ने गौशाला चलाने वालों और बिजली विभाग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। अनीता ने कहा,'मेरा बेटा दिल्ली के सरकारी स्कूल में 7वीं क्लास का छात्र था। वो अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहा था। जब वो गेंद उठाने के लिए बिजली के खंभे के पास गया तो वहां करंट लगने से उसकी मौत हो गई। बहुत से छोटे बच्चे क्रिकेट खेलने के लिए मैदान में जाते हैं और ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है। जब मेरा बेटा मर रहा था, तब कोई भी उसे बचाने के लिए आगे नहीं आया।'
अपडेटेड 23:15 IST, August 11th 2024