sb.scorecardresearch
Advertisement

Published 15:28 IST, November 27th 2024

CM योगी पहुंचे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, बोले- 'जब भी संकट आया भारत बांहें फैलाकर खड़ा रहा'

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए जहां उन्होंने संबोधित किया।

Follow: Google News Icon
  • share
CM Yogi Adityanath
सीएम योगी | Image: R Bharat
Advertisement

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए जहां उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि, जब भी मानवता पर संकट आया, भारत बांहें फैलाकर खड़ा रह और कहा कि हम तुम्हें शरणा देंगे, हम तुम्हारी रक्षा करेंगे। हमने कभी अपने फायदे के लिए किसी की मदद नहीं की। यही सनातन धर्म है, यही भारत है। 

श्वविद्यालय अपना पुरातन गौरव को प्राप्त करने के लिए जिस तरह से आगे बढ़ रहा है इससे वह दिन दूर नहीं जब वह अपने इस लक्ष्य को जरूर प्राप्त करेगा। सीएम योगी बुधवार को इलााहबाद विवि के 136 वें दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जाने माने कवि कुमार विश्वास को मानद उपाधि प्रदान की। साथ ही अन्य मेधावियों को भी उपाधि दी।

सीएम योगी ने कहा कि समय के साथ चलेंगे तो समाज, देश और दुनिया हम सबका अनुसरण करेगी नहीं तो हम पिछलग्गू बनकर ही रह जाएंगे। यह व्यक्ति पर निर्भर है कि  समय के साथ चलना है या अपने को पिछड़ा घोषित करना कर पिछलग्गू बनकर रहना है। इलाहाबाद विवि इसी द्वंद का शिकार है। विपरीत चुनौतियों का सामना करते हुए विवि अपनी पुरानी, प्रतिष्ठा और गौरव को प्राप्त करने लिए जूझ रहा है। एक दिन इसे जरूर सफलता मिलेगी इसमें कोई संदेह नहीं है।  

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संविधान की मूल प्रति में पंथनिरपेक्ष और समाजवाद जैसा कोई शब्द नहीं है। यह दो शब्द तब जोड़े गए जब संसद भंग थी और न्यायपालिका के अधिकार कुंद कर दिए गए थे। जिन लोगों ने संविधान का गला घोंटने का काम किया था, वह आज संविधान बचाने का ढिंढोरा पीट रहे हैं। प्रश्न यह उठता है कि यह समाज उन लोगों का मूल्यांकन कब करेगा, जो लोकतंत्र के लिए स्वयं एक खतरा है। इन्होंने संविधान में स्वयं अपनी मर्जी से छेड़छाड़ करने का कुत्सित प्रयास करने के साथ लोकतंत्र को पैरालाइज करने का प्रयास भी किया है।

उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी के नाम पर परिवारवाद की चाटुकारिता करने वाले यह बताएं कि क्या एक परिवार की चाटुकारिता ही समाजवादी आंदोलन है। उन्होंने छात्र संघ के मुद्दे पर कहा कि छात्र संघ चुनाव में शिरकत करने के लिए अधिकतम आयु निर्धारित होनी चाहिए। सीधे तौर पर पर ना सही लेकिन उन्होंने विश्वविद्यालय में छात्र संघ बहाली की वकालत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंच पर आठ मेधावी छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए। साथ ही कवि कुमार विश्वास को मानव उपाधि प्रदान की।

15:28 IST, November 27th 2024