पब्लिश्ड 19:48 IST, January 25th 2025
गणतंत्र दिवस से पहले पद्मश्री सम्मान का ऐलान, मुस्लिम भजन गायिका सहित 113 हस्तियां होंगी सम्मानित; पूरी LIST
मुस्लिम भजन गायिका से लेकर योग गुरु तक कई अनोखी हस्तियों को पद्मश्री देने का ऐलान हुआ हैं।
Padma Award 2025: गणतंत्र दिवस 2025 की पूर्व संध्या पुद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है। इस साल समाज के हित में काम करने वाले कुछ गुमनाम हस्तियों को देश के इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा जाता हैं। इस बार भी लिस्ट में कुछ ऐसे ही नाम शामिल हैं।
पद्मश्री पाने वाले कई ऐसे गुमनाम हीरों हैं जो लंबे समय से समाज में लोक हित के कार्यों में लगे थे। मुस्लिम भजन गायिका से लेकर योग गुरु तक कई अनोखी हस्तियों को पद्मश्री देने का ऐलान हुआ हैं।
कुल 139 हस्तियों की सूची जारी हुई है। 7 हस्तियों को पद्म विभूषण सम्मान दिया गया। 19 हस्तियों को पद्म भूषण सम्मान दिया गया और 113 हस्तियों को इस बार पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा। सिंगर अरिजीत सिंह को पद्म श्री, भारतीय एक्ट्रेस और डांसर ममता शंकर को पद्म श्री समेत कई इंडियन आर्टिस्ट्स को पद्म श्री का सम्मान मिला है।
डॉ. नीरजा भटला: सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने, रोकथाम और प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने वाली दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा भटला को पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
भीम सिंह भावेश: भोजपुर के सामाजिक कार्यकर्ता भीम सिंह भावेश को उनकी संस्था 'नयी आशा' के माध्यम से पिछले 22 वर्षों से समाज के सबसे वंचित समूह मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए अथक प्रयास करने के लिए पद्मई श्री से सम्मानित किया गया है।
पी दत्चानमूर्ति को पद्म श्री से सम्मानित किया जा रहा है। वह 5 दशकों से अधिक के अनुभव के साथ दक्षिण भारतीय संगीत और संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण शास्त्रीय ताल वाद्ययंत्र थाविल में विशेषज्ञता वाले एक वाद्ययंत्र वादक हैं।
एल हैंगथिंग को पद्मश्री से सम्मानित किया जा रहा है। वह नोकलाक, नागालैंड के एक फल किसान हैं, जिनके पास गैर-देशी फलों की खेती में 30 वर्षों से अधिक की विशेषज्ञता है।
बतूल बेगम: इस बार पद्मश्री से सम्मानित होने वाली हस्तियों में जयपुर की मशहूर लोक गायिका बतूल बेगम का नाम भी शामिल हैं। वह मुस्लिम समुदाय से आती हैं। इसके बावजूद बतूल बेगम श्रीराम और गणपति के भजन गाती हैं। देश-विदेश में इनके कार्यक्रम होते हैं। विदेशी मंचों पर उन्होंने भारत की शान बढ़ाई है।
लीबिया लोबो सरदेसाई: गोवा के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली लीबिया लोबो सरदेसाई को भी पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने पुर्तगाली शासन के खिलाफ लोगों को एकजुट करने के लिए 1955 में एक जंगली इलाके में भूमिगत रेडियो स्टेशन ‘वोज दा लिबरडाबे (वॉयस ऑफ फ्रीडम)’ की स्थापना की थी।
गोकुल चंद्र डे: पुरस्कार पाने वालों में पश्चिम बंगाल के 57 वर्षीय ढाक वादक गोकुल चंद्र डे भी शामिल हैं जिन्होंने पुरुष-प्रधान क्षेत्र में 150 महिलाओं को प्रशिक्षण देकर लैंगिक रूढ़िवादिता को तोड़ा। उन्होंने ढाक प्रकार का एक हल्का वाद्ययंत्र भी बनाया, जो वजन में पारंपरिक वाद्ययंत्र से 1.5 किलोग्राम कम था। उन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया और पंडित रविशंकर तथा उस्ताद जाकिर हुसैन जैसी हस्तियों के साथ कार्यक्रम किए।
सैली होलकर: पद्मश्री सम्मान की सूची में शामिल महिला सशक्तीकरण की मुखर समर्थक 82 वर्षीय सैली होलकर ने लुप्त हो रही माहेश्वरी शिल्प कला को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और पारंपरिक बुनाई तकनीकों में प्रशिक्षण देने के लिए मध्य प्रदेश के महेश्वर में हथकरघा स्कूल की स्थापना की।
और कौन-से नाम शामिल?
पद्मश्री से सम्मानित होने वालों में नशा मुक्ति की नायिका जुमदे योमगाम गामलिन, उत्तराखंड के ट्रैवल ब्लॉगर दंपति ह्यूग और कोलीन गैंटजर, मराठी लेखक मारुति भुजंगराव चितमपल्ली समेत कई और नाम भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं। हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले नामों का ऐलान होता हैं। पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं: पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री। कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान, इंजीनियरिंग, व्यापार, उद्योग, चिकित्सा, साहित्य, शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे तमाम क्षेत्रों में शानदार काम करने वालों को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है।
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अपडेटेड 22:04 IST, January 25th 2025