Published 10:26 IST, July 23rd 2024
निर्मला सीतारमण भले तोड़ रहीं कई रिकॉर्ड...ये है वो वित्त मंत्री जिनकी कोई भी नहीं कर पाया है बराबरी
निर्मला सीतारमण आज संसद में केंद्रीय बजट 2024 पेश करेंगी, जो उनका लगातार 7वां बजट होगा और ये दिवंगत मोरारजी देसाई के लगातार 6 बजट के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देगा।
Union Budget 2024: आजादी के महज करीब 103 दिन बाद 26 नवंबर 1947 को स्वतंत्र भारत का पहला आम बजट आया। अहम ये कि ये बजट तकरीबन 7 महीने का था, क्योंकि दूसरा बजट 1 अप्रैल 1948 को पेश कर दिया गया था। आजादी के बाद से अब तक इन 77 बरसों में 91 बजट पेश हो चुके हैं और आज का ये 92वां बजट होगा। इस बीच में बजट से जुड़ी कई परंपराएं टूटी हैं तो कुछ नए रिकॉर्ड और बदलाव देखे भी गए हैं। अब 2024 चल रहा है और इस वित्त वर्ष का पूर्ण बजट आज देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश कर देंगी, जो कुछ नए रिकॉर्ड भी बनाने वाली हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में केंद्रीय बजट 2024 पेश करेंगी, जो उनका लगातार 7वां बजट होगा और ये दिवंगत मोरारजी देसाई के लगातार 6 बजट के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देगा। बीते वक्त में निर्मला सीतारमण और भी कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं।
निर्मला सीतारमण के नाम दर्ज ये रिकॉर्ड
- लगातार 7वां बजट पेश करके इतिहास रचेंगी।
- 2019 में वो भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनी थीं।
- 2020 में वित्त मंत्री के तौर पर सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड बनाया।
- सीतारमण ने एक फरवरी 2020 को दो घंटे 40 मिनट का बजट भाषण दिया।
मोरारी देसाई का ये रिकॉर्ड अभी भी कायम
खैर, यहां ये जान लीजिए कि निर्मला सीतारमण से लेकर चाहे देश के पहले वित्त मंत्री आर के शनमुखम चेट्टी हों, मनमोहन सिंह हों या यशवंत सिन्हा, अभी तक कोई भी मोरारी देसाई की बराबरी बजट पेश करने में नहीं कर पाया है। 77 सालों में 30 वित्त मंत्री बजट पेश कर चुके हैं, लेकिन अकेले मोरारजी देसाई ने 10 बार बजट पेश किए थे। मतलब ये कि सबसे ज्यादा बजट पेश करने के मामले में देसाई का रिकॉर्ड अभी भी कायम है।
कौन थे मोरारजी देसाई?
29 फरवरी 1896 को गुजरात के बुलसर में जन्मे मोरारजी देसाई आजादी के लिए संघर्ष से निकली हस्ती के रूप में भी जाने जाते हैं। देसाई को स्वतंत्रता संग्राम के दौरान तीन बार जेल जाना पड़ा था। शुरुआत से ही कांग्रेस के साथ जुड़े रहे देसाई ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के अलावा राज्यों की सरकारों में भी अपनी जिम्मेदारी निभाई। उन्हें 22 मार्च 1958 से पहली बार देश का वित्त मंत्री बनाया गया था। 1967 में वो इंदिरा गांधी के कार्यकाल में उप-प्रधानमंत्री भी बने।
छठी लोकसभा के लिए मार्च 1977 में जब आम चुनाव हुए जनता पार्टी की जबर्दस्त जीत हुई, जिसमें देसाई की महत्वपूर्ण भूमिका मानी गई। उन्हें जनता पार्टी के नेता के रूप में भी चुना गया और फिर 24 मार्च 1977 को वो देश के प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 तक रहा।
Updated 10:29 IST, July 23rd 2024