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Published 20:50 IST, December 30th 2024

अरविंद केजरीवाल की ‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना’ को भाजपा ने ‘राजनीतिक स्टंट’ बताया

BJP ने आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा घोषित ‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना’ को ‘‘राजनीतिक स्टंट’’ करार दिया।

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Arvind Kejriwal announces Pujari Granthi Samman Yojna
Arvind Kejriwal announces Pujari Granthi Samman Yojna | Image: Video Grab

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा घोषित ‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना’ को ‘‘राजनीतिक स्टंट’’ करार दिया और दावा किया कि किसी को एक भी रुपया नहीं मिलेगा क्योंकि केजरीवाल के पास कोई डेटा नहीं है।

भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल अब एक ‘‘पराजित और हताश’’ नेता हैं जो सत्ता में बने रहने के लिए रोजाना लोकलुभावन घोषणाएं कर रहे हैं।

पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि पिछले 10 साल से केजरीवाल को ईश्वर और वाहेगुरु की याद नहीं आई, अब वह हार के डर से उन्हें याद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को केवल मस्जिद के मौलवी याद आते थे और उन्हें केवल एक धर्म और एक वोट बैंक दिखता था।

वर्मा ने कहा कि पिछले 10 साल से केजरीवाल दिल्ली की जनता के टैक्स के पैसे से हर महीने मौलवियों और उनके सहायकों को वेतन देते रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि अब तक आप सरकार ने मस्जिदों के मौलवियों और उनके सहयोगियों को करीब 100 करोड़ रुपये दिए हैं।

वर्मा ने कहा कि चूंकि चुनाव की घोषणा होने वाली है, इसलिए केजरीवाल को गुरुद्वारों, मंदिरों के पुजारियों की याद आ गई है।

वर्मा ने दावा किया, ‘‘मैं पुजारियों से अनुरोध करना चाहता हूं कि यह शराब से कमाया गया पैसा है और इसे हाथ न लगाएं। यह केवल एक चुनावी स्टंट है। आपको एक भी रुपया नहीं मिलेगा क्योंकि केजरीवाल के पास इस बारे में कोई डेटा नहीं है कि दिल्ली में कितने मंदिर हैं, पुजारी कौन हैं और उनके नाम क्या हैं।’’

उन्होंने कहा कि अगर केजरीवाल को पुजारियों की चिंता होती तो वह पहले ही सर्वेक्षण करा लेते। वर्मा ने कहा कि चूंकि अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है, इसलिए वे कल ही पैसा दे सकते हैं और उन्हें कोई नहीं रोक रहा है।

वर्मा ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘मैं वर्षों से कह रहा हूं कि मंदिर के पुजारियों और सभी गुरुद्वारों के ग्रंथियों को वेतन दिया जाना चाहिए। लेकिन पिछले 10 सालों से अरविंद केजरीवाल दिल्ली की सभी मस्जिदों के मौलवियों और उनके सहयोगियों को वेतन दे रहे हैं। अब चुनाव आते ही उन्हें पुजारियों और ग्रंथियों की याद आ रही है। इसे कहते हैं ठग।’’

केजरीवाल ने घोषणा की है कि अगर उनकी पार्टी दिल्ली में फिर से सत्ता में आती है, तो मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18,000 रुपये मासिक भत्ता देने के लिए ‘पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना’ शुरू की जाएगी।

Updated 20:50 IST, December 30th 2024