Published 22:20 IST, April 2nd 2024
बिहार के डिप्टी CM सम्राट चौधरी का पूर्व मुख्यमंत्री पर हमला- लालू जी एक योजना का नाम बता दें जो...
Bihar News : सम्राट चौधरी ने लालू यादव पर तंज सकते हुए कहा कि लालू जी को पता भी है कि योजना क्या होती है? उन्होंने सत्ता में रहते 15 साल में कौन-सी योजना चलाई?
Samrat Choudhary on Lalu Prasad Yadav : बिहार में सरकार बदलने के बाद से राजनीति गर्म है। सत्ता और विपक्ष के नेता एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। आरजेडी प्रमुख लालू यादव और तेजस्वी यादव लगातार बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के निशाने पर हैं। मंगलवार को भी सम्राट चौधरी ने लालू यादव पर जमकर निशाना साधा।
सम्राट चौधरी ने मंगलावर को लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री रहते हुए कार्यों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 'लालू जी को पता भी है कि योजना क्या होती है? लालू ने सत्ता में रहते 15 साल में कौन-सी योजना चलाई? लालू प्रसाद यादव एक योजना का नाम बताएं, जो उन्होंने चलाई और नीतीश कुमार ने उनकी योजना को बंद कर दिया हो। लालू यादव सत्ता में रहते 15 साल में कुछ नहीं किया तो अब क्या करेंगे?'
परिवारवाद ही परिचय
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने लालू यादव पर परिवारवाद का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लालू यादव का परिचय ही परिवारवाद है। लालू यादव किस तरह से एक-एक करके अपने घर के सभी सदस्यों को राजनीति में ला रहे हैं। वो सब बिहार की जनता देख रही है। उन्होंने कहा कि अब बिहार की जनता को इनपर भरोसा नहीं है।
रोहिणी ने शुरू किया चुनाव प्रचार
उधर सारण लोकसभा सीट से RJD की प्रत्याशी और लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने मंगलवार को अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करदी है। उन्होंने कहा कि वह सारण को जल्द ही अपनी कर्मभूमि बनाएंगी। पिता को किडनी दान करने के कारण हाल के दिनों में चर्चा में रहीं आचार्य ने पटना से सारण के लिए रवाना होने से पहले माता-पिता लालू प्रसाद और राबड़ी के चरण स्पर्श किए और घर में बने मंदिरों में पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि सारण मेरे पिता की कर्मभूमि रही है और अब यह मेरी कर्मभूमि होने जा रही है।
सारण में पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होना है। सारण से रोहिणी आचार्य को मैदान में उतारने पर टिप्पणी करते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, 'अपने परिवार के सदस्यों को चुनावी राजनीति में उतारना लालू प्रसाद की पहचान रही है। इसे कहते हैं वंशवादी राजनीति। वह अब तक अपने दो बेटों और दो बेटियों को राजनीति में ला चुके हैं। अब देखते हैं कि उनकी बाकी पांच बेटियां, जो हमारी बहनें हैं, उन्हें कब राजनीति में लाते हैं।
ये भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल जिद पर अड़े, अगर नहीं देते इस्तीफा तो क्या हैं विकल्प; बन सकती है स्पेशल जेल?
Updated 22:20 IST, April 2nd 2024