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पब्लिश्ड 17:25 IST, December 30th 2024

BPSC के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी, पटना से आरा और दरभंगा तक दिखा बिहार बंद का असर, छात्रों ने किया चक्का जाम

पटना में BPSC के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन के बीच आरा और दरभंगा में बिहार बंद का असर देखने को मिला। लोगों ने बसों और ट्रेनों को रोक दिया।

Reported by: Digital Desk
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बिहार में BPSC के खिलाफ छात्रों का आंदोलन आज भी बरकरार है। राजधानी पटना में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच आरा से लेकर दरभंगा के बीच कई जगहों पर बिहार बंद का असर देखने को मिला। पटना में BPSC छात्रों के आंदोलन के समर्थन में और छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज के खिलाफ दरभंगा में प्रदर्शन, वामपंथी के साथ राजद कार्यकर्ताओं के द्वारा बिहार बंद का दरभंगा में असर देखने को मिला। इसके साथ ही आरा में भी बस और ट्रेनों को रोककर प्रदर्शन किया गया।

मिथिला के केंद्र में दरभंगा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारी ने दरभंगा से दिल्ली जाने वाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन रोक दी। इसके साथ ही प्रदर्शन कर रहे छात्र रेलवे ट्रैक पर भी उतर गए। लोगों ने ट्रेन के इंजन पर चढ़कर बिहार सरकार के खिला नारेबाजी भी की। आरा से भी कुछ तस्वीरें सामने आई, जिसमें लोगों ने बस और ट्रेनों को रोक दिया।

एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "सरकार की हठधर्मिता सबके सामने उजागर है। जिस तरह से बिहार की सबसे बड़ी परीक्षा में जो धांधली हुई है, उसका उजागर छात्र कर रहे हैं। निश्चित रुप से सरकार के भीतर खलबली मचेगी, और मचनी शुरू भी हो गई है। 13 दिनों से ये आंदोलन चल रहा है, उससे पहले नॉर्मलाइजेशन को लेकर प्रदर्शन किया, लेकिन सरकार नहीं मानी, फिर भी स्टूडेंट्स अपने दम पर परीक्षा देने को तैयार हुए और नीतीश कुमार के नाक के नीचे बापू सभागार के परीक्षा केंद्र पर परीक्षापत्र लीक हो जाता है। छात्रों ने कहा कि पूरे बिहार का परीक्षापत्र रद्द कीजिए हम फिर से परीक्षा देने के लिए तैयार हैं।"

'शिक्षा माफियाओं के चंगुल में फंसी बिहार सरकार'

उन्होंने आगे कहा कि सरकार शिक्षा माफियाओं के चंगुल में फंस गई है। कहीं से भी प्रश्नपत्र लीक होता है तो बिहार का पटना पहले स्थान पर होता है। उसमें जो लोग शामिल होते हैं, वो कभी विजय चौधरी के साथ पाए जाते हैं, तो कभी नीतीश कुमार के साथ। इसलिए नीतीश कुमार शिक्षा माफिया के चंगुल में हैं। डबल इंजन की सरकार की वजह से इतने बड़े छात्र आंदोलन के बाद भी सरकार परीक्षा रद्द नहीं कर रही है।

सोनू कुमार के परिवार के लिए मुआवजे की मांग

सोनू कुमार के परिवार के लिए मुआवजे की मांग करते हुए प्रदर्शनकारी ने कहा कि इसलिए एक छात्र जो अपने घर का इकलौता चिराग था, जो संघर्ष करके अपने घर को आगे लाना चाहता था, उसने आत्महत्या कर ली। ये संस्थानिक हत्या है। जिन छात्रों का पुलिस के द्वारा दमन हुआ है, उन पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो। सोनू कुमार के परिजनों को मुआवजा दिया जाए। 

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अपडेटेड 17:25 IST, December 30th 2024