Published 18:19 IST, December 25th 2024
Bihar: बिहार में बवाल, BPSC परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज, दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
बिहार में बीपीएससी की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शकारियों पर पुलिस ने एक बार फिर से लाठीचार्ज कर दिया है।
बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा को रद्द किए जाने को लेकर लगातार मांग उठ रही है। इसी मांग को लेकर BPSC के अभ्यर्थी सत्याग्रह पर बैठे थे, जो बिहार लोक सेवा आयोग के दफ्तर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, बिहार पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया। खैर बात केवल रोकने तक रह जाए ये बिहार पुलिस के अनुशासन में नहीं है। जिस राज्य में अपराध बेलगाम है, वहां पुलिस मेहनतकश बेरोजगार युवाओं पर लाठी चलाने में बिल्कुल भी झिझक और शर्म महसूस नहीं करती है। आमजन जब अपने हक की बात करे, अधिकार से प्रदर्शन करे तो लाठीचार्ज करना इनकी परंपरा का हिस्सा बन चुका है।
कभी अगर ऐसी खबर ना आए कि आज बिहार में छात्रों या अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया और बिहार पुलिस ने उनके ऊपर डंडा नहीं चलाया, तो ये एक बेहद चिंता का विषय हो सकता है।
BPSC परीक्षा में साजिश के तहत हुआ बवाल?
पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा के दौरान हुए बवाल पर चौंकाने वाले खुलासे हुए। थप्पड़कांड के बाद चर्चा में आए जिलाधिकारी चंद्रशेखर ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी। साथ ही जिला प्रशासन ने एक CCTV फुटेज भी जारी किया, जो पटना सिटी स्थित बापू परीक्षा भवन का बताया जा रहा है। इस एग्जाम सेंटर पर जमकर बवाल हुआ था।डीएम का आरोप है ये सब एक साजिश के तहत किया गया था।
बीते शुक्रवार को पटना सीटी स्थित बापू परीक्षा भवन में BPSC की परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया था। कुछ छात्र परीक्षा के पेपर लीक होने की बात कर रहे थे। हालात इतने बिगड़े गए थे कि एग्जाम सेंटर पर अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाना पड़ा। इस दौरान DM चंद्रशेखर ने उत्पाद मचा रहे एक छात्र को थप्पड़ जड़ दिया था। इसके बाद छात्रों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। आयोग की ओर से साफ कर दिया गया कि परीक्षा का पेपर लीक नहीं हुआ है तो दोबारा परीक्षा के आयोजन का सवाल ही नहीं उठता है।
BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर भड़के PK
बिहार की राजधानी पटना में 6 दिसंबर को BPSC की परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लागू करने को लेकर अभ्यर्थियों ने पटना में बिहार लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने उनके ऊपर लाठीचार्ज किया। इसे लेकर जनसुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने भी निराशा जताई थी।
जन सुराज पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर ने कहा, “लोकतंत्र में किसी प्रकार का लाठीचार्ज किया जाना दुखद है, लेकिन यहां नीतीश कुमार की जो सरकार है उसका एक चरित्र रहा है कि अगर कोई भी लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने आता है तो सरकार लाठीचार्ज को आसान जरिया मानती है। कोई अधिकारी दोषी है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार का दोष इतना ही है कि उन्होंने समय रहते लिखित में लोगों को स्पष्टीकरण नहीं दिया। अगर किसी वजह से सरकार (फॉर्म भरने की) तिथि नहीं बढ़ाना चाहती है तो वो बहुत बड़ी बात नहीं है, लेकिन विद्यार्थियों पर या समाज के किसी अन्य वर्ग पर लाठीचार्ज करवाना गलत है।”
Updated 22:36 IST, December 25th 2024