Published 16:06 IST, August 30th 2024
BIG BREAKING: झारखंड के पूर्व CM चंपई सोरेन BJP में शामिल, बेटे बाबूलाल ने भी थामा भाजपा का दामन
Jharkhand News: चंपई सोरेन BJP में शामिल हो गए हैं।
New Delhi: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन BJP में शामिल हो गए हैं। आपको बता दें कि चंपई सोरेन को भाजपा में शामिल करवाने के लिए असम के सीएम हेमंता बिस्वा शर्मा, केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह, बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा भी मौके पर उपस्थित थे।
इसके अलावा चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने को लेकर हजारों की संख्या में उनके समर्थक कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे। इतना ही नहीं, करीब 15 हजार से ज्यादा उनके समर्थक रांची पहुंचे हुए हैं।
चंपई सोरेन ने JMM से इस्तीफे की बताई वजह
चंपई सोरेन ने कहा था, "आज मैंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। मैं झारखंड के आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और आम लोगों के मुद्दों पर लड़ाई जारी रखूंगा।"
पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन को लिखे पत्र में वरिष्ठ आदिवासी नेता ने कहा कि झामुमो की वर्तमान कार्यशैली से व्यथित होकर उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने पत्र में कहा, "मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं झामुमो छोड़ दूंगा जो मेरे लिए परिवार की तरह है...अतीत में घटी घटनाओं ने मुझे बहुत पीड़ा के साथ यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया...मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि पार्टी अपने सिद्धांतों से भटक गई है।"
चंपई सोरेन बोले- 'मुझे संघर्षों की आदत'
उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि पार्टी में अपनी पीड़ा व्यक्त करने के लिए कोई मंच नहीं बचा है और "आप (शिबू सोरेन) खराब स्वास्थ्य के कारण राजनीति में सक्रिय नहीं हैं, लेकिन आप मेरे मार्गदर्शक बने रहेंगे..."। सोरेन ने इस सप्ताह की शुरुआत में नयी दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और भाजपा में शामिल होने की घोषणा की थी। वह बुधवार को अपने बेटे के साथ रांची पहुंचे जहां बड़ी संख्या में समर्थकों ने उनका स्वागत किया।
सोरेन ने कहा, "मेरा फैसला (भाजपा में शामिल होने का) झारखंड के हित में है... मुझे संघर्षों की आदत है।" उनपर "निगरानी" रखे जाने के आरोप के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसी भी स्थिति से डरते नहीं हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने इससे पहले आरोप लगाया था कि चंपई सोरेन पिछले पांच महीनों से अपनी ही सरकार की पुलिस की निगरानी में थे।
(PTI भाषा के साथ रिपब्लिक भारत डेस्क)
Updated 16:11 IST, August 30th 2024