अपडेटेड 13 February 2024 at 16:11 IST

असम सरकार ने काजी नेमू को घोषित किया राज्य फल, लंदन से दुबई तक खुशबू के दीवाने हैं लोग

मंत्री अतुल बोरा ने कहा कि इस फैसले से निर्यात के लिए काजी नेमू उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों को इसकी खेती के लिए प्रेरित करने में मदद मिलेगी।

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GI-टैग असम नींबू काजी नेमू को राज्य फल का दर्जा दिया गया | Image: Republic

Assam Lemon Kaji Nemu : असम सरकार ने मंगलवार को बड़ी घोषणा करते हुए 'काजी नेमू' (खट्टे नींबू) को राज्य फल घोषित किया है। इस नींबू का स्वाद और खुशबू ऐसी है कि लोग लंदन से लेकर दुबई तक इसके दीवाने हैं। इस नींबू के छिलके तक को लोग बर्बाद नहीं चाहते। काजी नेमू (Kaji Nemu) अपनी अनूठी सुगंध और स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है और इसे GI टैग मिला हुआ है।

असम सरकार में कृषि मंत्री अतुल बोरा ने राज्य विधानसभा में काजी नेमू को राज्य फल घोषित करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा 'कैबिनेट की बैठक में काजी नेमू को असम के राज्य फल के रूप में मंजूरी दे दी गई है। यह हमारी सरकार का एक प्रशंसनीय निर्णय है।' कृषि मंत्री अतुल बोरा ने बताया कि इस फल को 2016 में जीआई टैग मिला था। इसे राज्य में व्यावसायिक रूप से उगाया जाता है, साथ ही इसका निर्यात भी किया जाता है।

'वैश्विक स्तर पर मिलेगा लाभ'

इस बीच, मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि काजी नेमू को राज्य फल घोषित करने के निर्णय से इस फल पर वैश्विक स्तर पर अधिक ध्यान जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, 'हमारी सरकार ने काजी नेमू (Citrus Limon) को असम का राज्य फल घोषित करने का फैसला किया है। अपनी अनूठी सुगंध और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ, असम नींबू ने हमारे स्थानीय व्यंजनों को समृद्ध किया है।' मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घोषणा के साथ, यह वैश्विक फल मानचित्र पर चमकने, आत्म-निर्भरता और उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।

विदेशों में है मांग

काजी नेमू असम के गांव से लंदन तक पहुंच गया है। विदेशों में काजी नेमू की मांग का बड़ा कारण इसकी सुगंध, आकार है। खास बात ये है कि इसमें बीज भी नहीं होते हैं, जो इसे बाकी नींबू की किस्मों से अलग बनाता है। हर साल करीब करीब एक लाख टन से ज्यादा नींबू किस्म का उत्पादन करता है। असम का डिब्रूगढ़ जिला इसका सबसे बड़ा उत्पादक है।

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(भाषा इनपुट के साथ रिपब्लिक भारत डेस्क)

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 13 February 2024 at 16:11 IST