पब्लिश्ड 18:02 IST, January 14th 2025
नवी मुंबई में एशिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बन कर तैयार, पीएम मोदी करेंगे उद्धघाटन
नवी मुंबई के खारघर में बना एशिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बन कर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्धघाटन करेंगे।
ISKCON Temple: नवी मुंबई के खारघर में बना एशिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर बन कर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्धघाटन करेंगे। नवी मुंबई के खारघर 9 एकड़ जमीन में बना इस्कॉन मंदिर भव्य बनाया गया है। इसको बनाने में 12 साल का समय और लगभग 170 करोड़ खर्च हुआ। जो कि भक्तों द्वारा दान किया पैसे से बनाया गया है। भगवान कृष्ण को समर्पित इस मंदिर का नाम श्री श्री राधा मदन मोहन है।
भव्य इस्कॉन मंदिर के निर्माण में सफेद और भूरे रंग के संगमरमर के पत्थरों से किया गया है। अद्भुत कलाकृतियां मंदिर में बनाई गई हैं। मंदिर में अलग-अलग आश्रम हैं। मन्दिर के सामने एक विशाल उद्यान है, जिसे फूलों सजाया गया है और इसमें सफेद, सुनहरे और गुलाबी रंगों का उपयोग किया गया है।
मंदिर परिसर में भक्तों के नौकायन के लिए एक भव्य झील
मंदिर परिसर के ही अंदर भक्तों के नौकायन के लिए एक भव्य झील बनाई गई है जिससे श्रद्धालु नौकायन का आनंद ले सकते हैं। वैदिक शिक्षा के लिए कॉलेज पुस्तकालय भी बनाया गया है, इसमें चिकित्सा ग्रंथों और शिक्षा के अध्ययन की सुविधाएं हैं। विशाल प्रसादम हॉल भी बनाया गया है, यहां भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा। 3,000 भक्तों के एक साथ बैठने की व्यवस्था जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य आयोजन किए जाएंगे।
9 एकड़ में बना है भव्य इस्कॉन मंदिर
इस्कॉन मंदिर के अद्वैतचैतन्य दास महाराज ने बताया कि यह मंदिर अद्भुत बनाया गया है। सफेद मार्बल से बनाया गया है और भव्य बनाया गया है। यह शांति और सौहार्द का प्रतीक है। 9 एकड़ में यह भव्य मंदिर बनाया गया है। इस मंदिर में सारी सुविधाएं हैं। ये मंदिर मनमोहक है। यहां आने वाले भक्तों को अद्भुत शांति और आनंद मिलेगा। कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मंदिर का उद्घाटन करेंगे।
पीएम मोदी करेंगे मंदिर का उद्धघाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सनातन धर्म को आगे बढ़ा रहे हैं। वे सनातन धर्म का देश नहीं विदेशों में भी पताका लहरा रहे हैं। कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं। यहां पर हजारों साधु संत मौजूद रहेंगे कल यहां का नवी मुंबई का छोटा महाकुंभ है। पीएम नरेंद्र मोदी का इस्कॉन से काफी लगाव रहा है। पीएम मोदी को हम इस रूप में देखते हैं कि वैदिक काल में राजाओं को राज ऋषि कहा जाता था अभी के जो हमारे राजा है वह भोगी नहीं एक तपस्वी हैं, तपस्वी के साथ-साथ प्रजा सेवी हैं। वे लगातार धर्म को सनातन धर्म को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं।
अपडेटेड 18:02 IST, January 14th 2025