sb.scorecardresearch
Effect of video games on mental health

पब्लिश्ड 23:13 IST, September 29th 2024

मेंटल हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है ये वीडियो गेम, स्ट्रेस को कम करने में मिलती है मदद

एक शोध में यह बात सामने आई है कि अगर आप भी पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं, तो वीडियो गेम आपकी बहुत मदद कर सकता है।

Reported by: Sadhna Mishra
Follow: Google News Icon
  • share
Expand image icon Description of the image

1/10: Video game for mental health: पढ़ाई, करियर और दूसरों से आगे निकलने की होड़ में दिन रात मेहनत करते रहने के चक्कर में आज के युवा काफी तेजी से पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर का शिकार हो रहे हैं। / Image: freepik

Expand image icon Description of the image

2/10: आज यह समस्या इतनी ज्यादा हो गई है, कि शोधकर्ता इस पर कई तरह के रिसर्च कर रहे हैं। इसी कड़ी में एक शोध में यह बात सामने आई है कि पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर में वीडियो गेम बहुत मदद कर सकता है। / Image: freepik

Expand image icon Description of the image

3/10: BMC मेडिसिन में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है, कि वीडियो गेम मेंटल हेल्थ के लिए बेहद कारगर उपाय है। यह दिमाग में आने वाली बेकार की चीजों को रोक देता है। / Image: freepik

Expand image icon Description of the image

4/10: आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक स्वीडन के उप्साला विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा कि इसका उपयोग रोगियों द्वारा सुरक्षित रूप से भी किया जा सकता है। / Image: freepik

Expand image icon Description of the image

5/10: आपको बता दें कि पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस में व्‍यक्ति को अत्यधिक तनाव, नींद की समस्या, एकाग्रता की समस्या के साथ पुरानी यादें घेर लेती हैं। ऐसे में वीडियो गेम इन सभी चीजों को रोकने का काम करता है। / Image: freepik

Expand image icon Description of the image

6/10: रिसर्च टीम ने 64 लोगों के साथ इस पर टेस्‍ट किया। एक टीम को पुरानी यादों के सहारे छोड़ दिया, दूसरी को टेट्रिस नामक वीडियो गेम खेलने के लिए कहा गया। जबकि अन्‍य लोगों को रेडियो सुनने के लिए दिया। / Image: freepik

Expand image icon Description of the image

7/10: उप्साला विश्वविद्यालय की प्रोफेसर एमिली होम्स ने कहा कि सिर्फ एक थेरेपी सेशन से पॉजिटिव असर दिखाई दिया। यानी वीडियो गेम खेलने से व्‍यक्ति के भीतर की पुरानी यादों को दिमाग में आने से रोका जा सकता है। / Image: freepik

Expand image icon Description of the image

8/10: होम्स ने कहा कि यदि वीडियो गेमिंग जैसे रोजमर्रा के उपकरण से तनाव को कम किया जा सकता है, तो यह कई लोगों की मदद करने का एक सुलभ तरीका हो सकता है। / Image: Freepik

Expand image icon Description of the image

9/10: रिसर्च की शुरुआत में कंटेस्टेंट को औसतन हर हफ्ते 15 फ्लैशबैक आते थे। एक सप्ताह बाद वीडियो गेम ग्रुप में सिर्फ एक फ्लैशबैक आया, जबकि कंट्रोल ग्रुप में हर सप्ताह पांच फ्लैशबैक आए। / Image: freepik

Expand image icon Description of the image

10/10: इसके अलावा गेमिंग ग्रुप ने सभी लक्षणों में भी महत्वपूर्ण कमी का अनुभव किया। होम्स ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि ये ट्रीटमेंट इतना प्रभावी था कि हेल्थ में सुधार छह महीने तक बना रहा। / Image: freepik

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं।  REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

अपडेटेड 23:13 IST, September 29th 2024