अपडेटेड 27 April 2023 at 17:36 IST
Dev Anand संग रिश्ते क्यों खराब हुए? जीनत अमान सीरीज में बता रहीं बेहद निजी दास्तान
हिन्दी सिने जगत के एवरग्रीन स्टार देव आनंद जीनत अमान को दिल से चाहते थे। अपनी आत्मकथा रोमांसिंग विद लाइफ में इजहार भी किया। कुछ ऐसा हुआ कि दूरियां बढ़ीं और कभी कम नहीं किया जा सका!
- मनोरंजन समाचार
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Zeenat Aman On Instagram: 70 के दशक की बोल्ड एक्टर जीनत अमान अपने बिंदास अंदाज को आज भी जी रही हैं। अब सोशल मीडिया के जरिए, हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर अकाउंट ओपन किया है। यहां वो अक्सर अपनी जिन्दगी से जुड़े तमाम अनसुने किस्से साझा करती रहती हैं। अब उन्होंने देव साहब को समर्पित कहानियों की श्रृंखला शुरू की है। 25 अप्रैल 2023 से अपने उन मोमेन्ट्स को एक्सप्लोर कर रही हैं जो उन्होंने 'देव साब' यानि एक्टर देव आनंद संग बिताए थे।
अब तक दो हिस्से इंस्टाग्राम पर लम्बी चौड़ी पोस्ट के जरिए साझा कर चुकी हैं और उनके प्रशंसकों को तीसरी किश्त का इंतजार है। इस बार प्रशंसकों को एक हिंट के सहारे छोड़े गई हैं किसी सस्पेंस थ्रिलर मूवी की तर्ज पर!
पहली किश्त में क्या?
पार्ट वन में जीनत ने उस दौर को याद किया है जब इंडस्ट्री में उन्होंने बतौर एक्ट्रेस अपना मुकाम हासिल किया। ये मौका किसी और ने नहीं बल्कि स्टार मेकर देव आनंद ने दिया। जीनत लिखती हैं-
बॉलीवुड जैसी इंडस्ट्री में एंट्री करते समय, हर अभिनेता एक स्टारमेकर की उम्मीद करता है। ऐसा लगता है कोई तो होगा जो क्षमता और महत्वाकांक्षा की चमक देख पाएगा। चमक जो शायद अब तक सिर्फ खुद को ही दिखाई दे रही है। बहुत कम भाग्यशाली लोग होते हैं जिन्हें वो व्यक्ति ढूंढ लेता है और मैं उनमें से एक थी। मेरे स्टारमेकर देव साहब थे।
1970 की बात है। मुझे लगता है कि ओपी रल्हन को दिल के किसी हिस्से में एक दुख था वो इसलिए कि उन्होंने मुझे हलचल में नाम मात्र की भूमिका अदा करने का मौका दिया था। इसके बाद अपनी मां और सौतेले पिता के साथ माल्टा जाने के लिए बैग पैक कर रही थी।
देव साब और उनकी नवकेतन टीम उस समय हरे रामा हरे कृष्णा की कास्टिंग कर रहे थी। ओ.पी. रल्हन ने मेरे बारे में बताया और मुझसे मिलने का सुझाव दिया। मुझे ठीक से याद है कि मैंने उस दिन पहन क्या रखा था। फिट पीला टॉप,हलके भूरे रंग की स्कर्ट और पीले फ्रेम का चश्मा। मेरी मां किसी मीटिंग में थीं (याद रखें, मैं टीनएजर थी) इसलिए जब मैंने बोलना शुरू किया, तो उन्होंने आगे बढ़ मेरे पाइप में तंबाकू भर दिया, मतलब वो नहीं चाहती थीं कि मैं कुछ बोलूं। बैठक समाप्त हुई और कुछ दिनों के बाद मेरे घर का लैंडलाइन घनघनाया। मुझे स्क्रीन टेस्ट के लिए बुलाया गया। इस तरह मुझे जसबीर/जेनिस का रोल दिया गया।
जीनत ने आगे लिखा है- ओह लेकिन कहानी अभी खत्म नहीं हुई। मेरा परिवार देश छोड़ने को तैयार बैठा, लेकिन देव साहब ने मेरी मां और मुझे यात्रा को डिले करने के लिए मना लिया। हम काठमांडू के लिए रवाना हो गए। प्रसिद्ध सॉल्टी होटल में रुके और शूटिंग के लिए बुलाए जाने का लंबे समय तक इंतजार किया। जब तक मेरे सीन का समय आया, तब तक मैं बहुत कैजुअली बबल फोड़ रही थी। पहला बस सीक्वेंस था। जिसे अब देखती हूं तो मुझे हंसी आती है, मैं जानती हूं कि तब खुद को साबित करने के लिए मैं अधीर थी और सही शब्दों में कहूं तो अपनी लाइनें महज थूक रही थी।
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इसी पोस्ट में जीनत ने फिल्म की रिलीज के बाद बदली किस्मत का जिक्र किया है। लिखा है- उन दिनों एक फिल्म को शुरू और खत्म होने में अच्छा खासा समय लगता था। दो या तीन साल भी। इस बीच मैं और मेरी मां एक बार फिर से मुंबई छोड़ने की तैयारी में थे, और फिर से देव साहब ने हमें रहने के लिए मना लिया। वादा किया, कि फिल्म को जल्द से जल्द एडिट किया जाएगा और सिनेमाघरों में उतारा जाएगा। फिल्म रिलीज हुई और यह बहुत बड़ी हिट साबित हुई, मैं एक स्टार बन गई। इस तरह मेरी इमीग्रेशन की प्लानिंग स्थगित कर दी गई और देव साहब ने मेरे साथ एक और स्क्रिप्ट लिखनी शुरू कर दी।
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दूसरी किश्त में देव साब को बताया मेंटर फिर...
लेटेस्ट पोस्ट में जीनत ने लिखा- मेरे और देव साब के बीच 30 साल का अंतर था। मैंने हरे कृष्णा हरे राम में उनकी छोटी बहन का किरदार निभाया था। वो अब भी मुझे रोमांटिक लीड के तौर पर नहीं देख रहे थे। बल्कि उन्होंने तो मुझे राखी की बहन के छोटे से रोल में फिल्म हीरा पन्ना में साइन किया। वो फिल्म 1973 में रिलीज हुई। मुझे उस फिल्म में बहुत मजा आया, उसका साउंड ट्रैक आज भी मेरा पसंदीदा है।
देव साब डायनमिक मेंटर थे। हमारा साथ बढ़ता गया और अगली फिल्म इश्क इश्क इश्क साथ में की। मैं फिर नेपाल में थी, लेकिन इस बार खूबसूरत झीलों के शहर पोखरा में।
इश्क इश्क इस के स्पाइसी किस्से
आप में से जिन्होंने वो फिल्म देखी होगी उसमें देखा होगा कि प्यारी महिलाओं का झुंड था उसमें। जो मेरी बहनों और सहेलियों का किरदार निभा रही थीं। वो सब वही थीं, शूट से पहले देव साब ने मुझसे पूछा क्यों तुम्हारी कोई मॉडल फ्रेंड हैं? जो हमारे प्रोजेक्ट से जुड़ सकती हैं। मैंने अपनी कई दोस्तों से बात की और कई पहुंच भी गईं और इस इस तरह हमने पोखरा में खूब पार्टी की। गुड लुकिंग यंग कास्ट और क्रू था,परदे के पीछे प्यार मोहब्बत और हार्ट ब्रेक जैसे किस्से भी खूब हुए। लेकिन कृपया मुझसे गॉसिपी डिटेल्स की अपेक्षा मत रखिएगा! क्या आप चाहते हैं कि आपके हर क्रश, पीड़ा और अफेयर का सबको पता चले?
देव साब ने कभी बांधा नहीं...
देव साहब अपने करियर में कामयाबी की कहानियां लिख रहे थे। हमें भी उनके साथ काम करने में मजा आ रहा था। उन्होंने मुझे लॉन्च किया था। वो चाहते तो मुझसे कॉन्ट्रैक्ट साइन करा सकते थे कि मैं उनकी ही फिल्मों के लिए काम करूं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इतना ही नहीं उन्होंने कभी मुझे किसी और की फिल्म में काम करने से नहीं रोका। मैं किसी भी निर्देशक के साथ काम करने के लिए पूरी तरह से आजाद थी।'
फिर बताई गलतफहमी की बात
जीनत ने आगे लिखा है कि मेरा करियर शबाब पर था। कई ऑफर्स आ रहे थे। लेकिन दुख की बात है कि उन्हीं में से एक देव साब और मेरे बीच गलतफहमी का कारण बन गया। मैं इस बारे में आप सबको बताउंगी अगले अंक में। फिलहाल इश्क इश्क इश्क की इस तस्वीर के साथ आपको छोड़े जाती हूं। जिसमें आप मेरा (अगर मैं कह सकती हूं तो) अतुल्नीय स्टाइलिश अंदाज देख सकते हैं।
आखिर वजह क्या?
जब से 70 के दशक की बोल्ड, हॉट जीनत अमान ने गलतफहमी की बात कर बात अधूरी छोड़ी दी है। सस्पेंस क्रिएट कर दिया है तब से सोशल मीडिया पर उनके फैंस की जिज्ञासा बढ़ गई है कि आखिर वजह थी तो थी क्या? वो कौन था जिसकी वजह से दो स्टार्स दूर हुए और दूरी को पाटना मुश्किल हो गया?तो इसका जवाब सालों पहले Romancing With life में जीनत के देव साब ने दी है। ये उनकी Autobiography थी। जिसमें उन्होंने दूरी की वजह द ग्रेट शो मैन राज कपूर से जीनत की नजदीकी करार दिया था।
क्यों थे देव साब नाराज?
देव साहब ने अपनी आत्मकथा में उस किस्से का जिक्र किया। ये किताब 2007 में रिलीज हुई थी। उन्होंने बताया था कि कैसे राजकपूर की फिल्म को साइन करने की बात उन्हें जीनत ने नहीं बताई थी और पता चली तो उस दिन जिस दिन देव साब जीनत को डेट पर ले जा रहे थे। देव आनंद ने लिखा था- एक दिन मुझे लगा कि मैं जीनत से बेइंतहा मोहब्बत करता हूं...मैंने फोन कर उनसे बात की पूछा आज रात हम चल सकते हैं साथ में। जीनत ने कहा लेकिन आज तो पार्टी है। तब मैंने कहा पार्टी के बाद...वहां पहुंचे तो शराब में डूबे राज कपूर ने बांहें फैला कर जीनत का स्वागत किया। इसे जीनी थोड़ी असहज हुईं और उनका पैर छू लिया। राज साहब को भी इसका एहसास हुआ और उन्होंने कस के मेरा हाथ दबा दिया...मुझसे उनका व्यवहार कुछ बदला सा लगा। मेरे दिमाग में आशंका ने घर कर लिया। एकाध दिन पहले ही अफवाह थी कि जीनत उनकी फिल्म साइन करने वाली है सत्यम शिवम सुन्दरम...वो मुझे स्पष्ट होता दिखने लगा...मेरा दिल खून के आंसू रोने लगा।
इसके बाद राज कपूर ने जीनत से कहा तुम सफेद साड़ी पहनने का अपना वादा तोड़ रही हो जीनत...इससे जीनत और शर्मसार हो गई। मेरा दिल टुकड़े टुकड़े हो गया...ये मेरे अहम को चोट थी। मैं वहां से निकल गया। इस रिश्ते में इमोशनल कमिटमेंट था लेकिन मुझे लगा अब इसका एहसास हो गया था कि professional dishonesty की कोई जगह नहीं बची है। मैंने अपने आपको पूरी तरह से मुक्त कर लिया।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 27 April 2023 at 17:36 IST