Published 19:01 IST, December 28th 2024
2024 में टिकट खिड़की पर रहा तेलुगु फिल्मों का दबदबा, उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा हिंदी सिनेमा
फॉर्मूलाबद्ध कहानियों और एक्शन ड्रामा पर आधारित बॉलीवुड की फिल्में इस साल दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रहीं, जबकि ‘पुष्पा 2’ और ‘कल्कि 2898 एडी’ जैसी तेलुगु ‘ब्लॉकबस्टर‘ फिल्मों का टिकट खिड़की पर दबदबा रहा।
Box Office 2024: फॉर्मूलाबद्ध कहानियों और एक्शन ड्रामा पर आधारित बॉलीवुड की फिल्में इस साल दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रहीं, जबकि ‘पुष्पा 2’ और ‘कल्कि 2898 एडी’ जैसी तेलुगु ‘ब्लॉकबस्टर‘ फिल्मों का टिकट खिड़की पर दबदबा रहा। हिंदी फिल्म उद्योग दर्शकों को सिनेमाघरों तक लाने के लिए ज्यादातर ‘लैला मजनू’, ‘तुम्बाड’, ‘वीर जारा’ और इस तरह की अन्य फिल्मों की पुन: रिलीज से जुड़ी यादों पर निर्भर था। हालांकि, बॉलीवुड की डरावनी हास्य फिल्म ‘स्त्री 2’ को बड़ी सफलता मिली जिसने 597 करोड़ रुपये की कमाई की।
‘स्त्री 2’ को छोड़कर, 2024 में कोई भी हिंदी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 500 करोड़ रुपये के आंकड़े के करीब नहीं पहुंची। फिल्म निर्माताओं की ओर से साझा किये गए आंकड़ों के मुताबिक, अल्लू अर्जुन अभिनीत फिल्म ‘पुष्पा 2’ पांच दिसंबर को रिलीज हुई और अकेले हिंदी भाषा में इसने 700 करोड़ रुपये की कमाई की, जबकि दुनियाभर में इस फिल्म ने कुल 1700 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की।
एक अनोखी प्रचार रणनीति के तहत अर्जुन ने फिल्म का ‘ट्रेलर’ जारी करने के लिए पटना तक की यात्रा की, जो एक संकेत था कि निर्माता इसे एक अखिल भारतीय फिल्म के रूप में पेश कर रहे थे, न कि केवल तेलुगु फिल्म के रूप में। वर्ष 2021 में रिलीज हुई ‘पुष्पा 1’ ने हिंदी क्षेत्र में आश्चर्यजनक रूप से अच्छा कारोबार किया था। मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल ने कहा कि ‘पुष्पा 2’ जैसी फिल्मों की सफलता भारतीय फिल्म उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है।
अभिनेता ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘एक मनोरंजक फिल्म बनाना और बड़ी सफलता दिलाना कोई आसान बात नहीं है। इसके लिए बहुत धैर्य और कई अन्य कारकों की आवश्यकता होती है। यह एक जादुई नुस्खा है और इसका फॉर्मूला कोई नहीं जानता। ‘पुष्पा’ और उस जैसी अन्य फिल्में भारतीय फिल्म उद्योग में बदलाव ला रही हैं।’’ ट्रेड वेबसाइट सैकनिल्क के अनुसार, ‘पुष्पा 2’ की तरह नाग अश्विन की फिल्म ‘कल्कि’ ने इस साल जून में केवल हिंदी भाषा में 290 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की।
तेलुगु सुपरस्टार प्रभास-अभिनीत ‘कल्कि’ में अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण ने प्रमुख भूमिका निभाई है। यह वर्ष 2023 के मुकाबले बिल्कुल विपरीत स्थिति है, जब बॉलीवुड ने दुनिया भर में टिकट खिड़की पर 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई करने वाली ‘पठान’ और ‘जवान’ समेत चार ‘ब्लॉकबस्टर’ फिल्में दीं। इन चारों फिल्मों में सनी देओल की ‘गदर 2’ और रणबीर कपूर की ‘एनिमल’ भी शामिल है।
कारोबार विश्लेषक तरण आदर्श ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं इसे बॉलीवुड के लिए खराब साल नहीं कहूंगा, लेकिन अगर आप पिछले साल से तुलना करें जब हमारी चार फिल्मों ने टिकट खिड़की पर 400 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया था, तो इसे खराब साल ही कहा जाएगा। ‘स्त्री 2’ और तेलुगु फिल्म ‘पुष्पा 2’ को छोड़कर यह साल उतना अच्छा नहीं रहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘टिकट खिड़की पर कमाई का अनुमान नहीं लगाया जा सकता और इसके कई चरण होते हैं, लेकिन कुछ सबक सीखने की जरूरत है, हमें ऐसी फिल्में बनाने की जरूरत है जो अखिल भारतीय दर्शकों को ध्यान में रखें। उम्मीद है कि बॉलीवुड अगले साल बड़े पैमाने पर वापसी करेगा।’’
मिराज एंटरटेनमेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अमित शर्मा के अनुसार, 2024 हिंदी सिनेमा के लिए ‘विनाशकारी’ था। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि वर्ष 2023 की तुलना में कारोबार कम से कम 30 प्रतिशत कम रहा। शर्मा ने कहा कि व्यावसायिक रूप से 2024 और 2023 के बीच कोई तुलना नहीं है। लेकिन साल की शुरुआत ‘फाइटर’ से करने वाले हिंदी सिनेमा का बड़ा दांव इस एक्शन फिल्म पर था, लेकिन यह अच्छे परिणाम देने में विफल रही। ‘पठान’ फेम सिद्धार्थ आनंद द्वारा निर्देशित और ऋतिक रोशन तथा दीपिका पादुकोण अभिनीत ‘फाइटर’ वर्ष 2023 में शाहरुख खान अभिनीत फिल्म की सफलता को दोहरा नहीं सकी।
सैकनिल्क के अनुसार, बड़े बजट पर बनी, कथित तौर पर लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत वाली और हाई ऑक्टेन एक्शन दृश्यों वाली इस फिल्म ने टिकट खिड़की पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और (यह) केवल 212 करोड़ रुपये की कमाई कर सकी। अजय देवगन अभिनीत फिल्म ‘सिंघम अगेन’ ने 247 करोड़ रुपये की कमाई के साथ अच्छा व्यवसाय किया, लेकिन ब्लॉकबस्टर होने से चूक गई। टिकट खिड़की पर सिद्धार्थ मल्होत्रा अभिनीत ‘योद्धा’, अक्षय कुमार की ‘बड़े मियां छोटे मियां’, देवगन की ‘मैदान’ और आर्यन की ‘चंदू चैंपियन’ तथा आलिया भट्ट-अभिनीत ‘जिगरा’ ने भी निराश किया।
बॉक्स ऑफिस पर अक्षय की फिल्मों का निराशाजनक प्रदर्शन ‘बड़े मियां छोटे मियां’ के बाद भी जारी रहा और ‘सरफिरा’ और ‘खेल खेल में’, दोनों ही अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकीं। यह ‘शैतान’, ‘मुंज्या’ और ‘क्रूर’ जैसी मध्यम बजट की फिल्मों के लिए एक अच्छा साल था, जिन्होंने लाभदायक व्यवसाय किया। देवगन और आर माधवन अभिनीत एक हॉरर फिल्म ‘शैतान’ 148 करोड़ रुपये की कमाई के साथ आश्चर्यजनक हिट के रूप में उभरी। करीना कपूर खान, तब्बू और कृति सैनन अभिनीत एक बेहतरीन कॉमेडी फिल्म ‘क्रू’ ने 89 करोड़ रुपये की कमाई की, जो इसके बजट से लगभग दोगुनी राशि है।
टिकट खिड़की पर हिंदी फिल्मों के निराशाजनक प्रदर्शन के बीच, सिनेमाघरों को भरने के लिए प्रदर्शकों ने कई पुरानी क्लासिक फिल्मों पर भरोसा किया। शाहरुख खान की ‘करण अर्जुन’, ‘कल हो ना हो’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ और ‘चक दे! इंडिया’ को बड़े पर्दे पर दोबारा दिखाया गया। अनुराग कश्यप की 2012 की हिट फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, सलमान खान की ‘मैंने प्यार किया’, ‘रहना है तेरे दिल में’, ‘रॉकस्टार’, ‘जब वी मेट’, ‘ये जवानी है दीवानी’ को भी सिनेमाघरों में दोबारा दिखाया गया।
दर्शकों ने विशेष रूप से इम्तियाज अली द्वारा निर्मित ‘लैला मजनू’ (जिसमें अविनाश तिवारी और तृप्ति डिमरी ने अभिनय किया) और अभिनेता-निर्माता सोहम शाह की फिल्म ‘तुम्बाड’ को पसंद किया। इन दोनों फिल्मों ने टिकट खिड़की पर अपने शुरुआती प्रदर्शन की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया।
हाल ही में ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में अभिनेता मनोज बाजपेयी ने स्वीकार किया कि हिंदी सिनेमा सुस्ती के दौर से गुजर रहा है। बाजपेयी यह भी मानते हैं कि सिनेमा के टिकट की बढ़ती कीमत भी एक कारण है, जिसके चलते दर्शक भारी संख्या में फिल्म देखने नहीं जाते।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Updated 19:01 IST, December 28th 2024