Published 16:22 IST, December 22nd 2024
कलाकार के तौर पर अपने मौलिक अधिकार पाने के लिए पुरस्कार जीतने की जरूरत नहीं: कनी कुश्रुति
इस साल की दो सबसे अधिक चर्चित फिल्मों ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ और ‘गर्ल्स विल बी गर्ल्स’ में अपने अभिनय से सभी को प्रभावित करने वाली अभिनेत्री कनी कुश्रुति का कहना है कि उन्हें अपने गृह राज्य केरल की तुलना में उत्तरी क्षेत्र में अधिक पेशेवर कार्य अनुभव प्राप्त हुआ है।
इस साल की दो सबसे अधिक चर्चित फिल्मों ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ और ‘गर्ल्स विल बी गर्ल्स’ में अपने अभिनय से सभी को प्रभावित करने वाली अभिनेत्री कनी कुश्रुति का कहना है कि उन्हें अपने गृह राज्य केरल की तुलना में उत्तरी क्षेत्र में अधिक पेशेवर कार्य अनुभव प्राप्त हुआ है।
कुश्रुति पिछले कुछ समय से मलयालम और हिंदी दोनों भाषाओं में काम कर रही हैं। उन्हें 2020 की फिल्म ‘बिरयानी’ के लिए केरल राज्य फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया था। हिंदी भाषी क्षेत्र में अभिनेत्री की पहचान हिंदी वेब सीरीज ‘महारानी’ और ‘पोचर’ से स्थापित हुई।
कुश्रुति को राजकीय सम्मान से सम्मानित किया या है। हालांकि, उनका कहना है कि किसी कलाकार को पहचान केवल पुरस्कार जीतने के बाद ही नहीं मिलनी चाहिए। कुश्रुति ने कहा, ‘‘जब मैंने 2020 में केरल राज्य पुरस्कार जीता तो इसका प्रभाव पड़ा... केरल अभी भी उचित अनुबंधों और व्यावसायिकता की कार्य संस्कृति के साथ संघर्ष कर रहा है। इन क्षेत्रों में अब भी कई खामियां हैं।’’
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘उस पुरस्कार को जीतने से मुझे एक खास तरह का सम्मान मिला है, लेकिन किसी भी कलाकार को अन्यथा भी सम्मान दिया जाना चाहिए। आपको एक कलाकार के रूप में अपने बुनियादी मानव अधिकार या बुनियादी अधिकार पाने के लिए पुरस्कार जीतने की आवश्यकता नहीं है।’’ मलयालम फिल्मों ‘केरल कैफे’ और ‘कॉकटेल’ तथा हिंदी वेब सीरीज ‘ओके कंप्यूटर’ और ‘किलर सूप’ के लिए मशहूर अभिनेत्री ने कहा कि मुंबई में उनका अनुभव हमेशा ‘बेहद पेशेवर’ रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया गया, जैसे कि वे मलयालम उद्योग की तुलना में कम से कम सभी के साथ समान व्यवहार करते हैं। मुझे लगा कि वे आपसे संपर्क करने के तरीके में अधिक पेशेवर हैं। इसलिए, मैंने उस समय यही अंतर महसूस किया।’’
Updated 16:22 IST, December 22nd 2024