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पब्लिश्ड 10:33 IST, January 27th 2025

Uttarakhand Municipal Elections: सत्ता के सेमीफाइनल में पुष्कर सिंह धामी का सिक्सर! BJP की आंधी में औंधे मुंह गिरी कांग्रेस

Uttarakhand News: उत्तराखंड निकाय चुनाव में बीजेपी ने 11 नगर निगमों में से 10 पर जीत दर्ज की। इस जीत का ताज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सिर सजा है।

Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami | Image: Facebook

Uttarakhand Municipal Elections: उत्तराखंड के निकाय चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत हुई। इस चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पार्टी ने कांग्रेस को करारी मात दी। ये न सिर्फ बीजेपी की जीत है, बल्कि धामी की राजनीतिक कुशलता, कार्यकर्ताओं के उत्साह और जनता की आशा का भी संदेश है।

निकाय चुनाव से पहले किसी ने नहीं सोचा था कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी महज 12 दिनों में 52 से अधिक चुनावी कार्यक्रम कर चुनावी समर का रुख पूरी तरह से बदल देंगे। उन्होंने इन 52 दिनों में गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक, उत्तराखंड के हर कोने में जनता से सीधे संवाद किया और पार्टी की नीतियों को सामने रखा।

कांग्रेस की उम्मीदें टूटीं

25 जनवरी को जब वोटों की गिनती शुरू हुई तो कांग्रेस की उम्मीदें भी पूरी तरह से धराशायी हो गईं। चुनाव परिणामों ने साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री धामी का नेतृत्व और बीजेपी की रणनीतियां उत्तराखंड के नागरिकों के दिलों में घर कर गईं। जहां एक ओर कांग्रेस अपने वादों और नीतियों में उलझी हुई थी, वहीं मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश के विकास और जनकल्याण के लिए किए गए कार्यों को जनता के सामने रखा। उन्होंने भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण की राजनीति और विकास कार्यों में कांग्रेस की नाकामी को प्रभावी तरीके से उजागर किया।

निकाय चुनाव में BJP का विजय रथ

निकाय चुनाव में बीजेपी ने 11 नगर निगमों में से 10 पर जीत दर्ज की। इस जीत ने राज्य में बीजेपी के विजय रथ को नई गति दी। बीजेपी कार्यकर्ताओं में जोश का आलम था। पार्टी कार्यालय में जीत का जश्न मनाया जा रहा था, जहां होली और दिवाली एक साथ मनाई जा रही थी। बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता नगाड़ों की थाप पर झूम रहे थे। इस जीत का ताज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सिर पर सजाया गया। मुख्यमंत्री धामी का ये चुनावी अभियान न सिर्फ पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हुआ, बल्कि उन्होंने विपक्षियों को भी हर मोर्चे पर घेरा और चुनावी माहौल को पूरी तरह से अपने पक्ष में कर लिया। कांग्रेस के नेता इस चुनाव में बीजेपी की आंधी के सामने कमजोर साबित हुए और उन्होंने कहीं से भी बीजेपी को चुनौती नहीं दी।

उत्तराखंड के चंपावत जिले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में बीजेपी ने अभूतपूर्व जीत दर्ज की, जहां जिले की चारों सीटों पर भगवा परचम लहराया और कांग्रेस को पूरी तरह से मात दी। खास बात ये है कि सीएम धामी स्वयं चंपावत विधानसभा से विधायक हैं। इस जीत ने क्षेत्र में उनकी स्थिति को और भी मजबूत किया है। सीएम धामी का गृहक्षेत्र खटीमा भी इस चुनाव में बीजेपी के विजय रथ से अछूता नहीं रहा। खटीमा में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को पछाड़ते हुए जीत का परचम लहराया।

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धामी की रणनीति और जनता का विश्वास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में बीजेपी ने चुनावी प्रचार में कुछ अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी, जैसे कि लैंड जिहाद, थूक जिहाद और समान नागरिक संहिता। इन मुद्दों पर धामी ने जनता के बीच जन जागरूकता फैलाई और कांग्रेस को घेरते हुए इन पर अपनी स्पष्ट नीति प्रस्तुत की। इन मुद्दों ने उन्हें जनता के बीच एक मजबूत नेतृत्व के रूप में स्थापित किया। इसके साथ ही, धामी जी ने भाजपा की विकास योजनाओं और जनकल्याण कार्यों को सामने रखते हुए ये साबित किया कि उनकी सरकार ने जनता की भलाई के लिए निरंतर काम किया है।

नतीजों का जश्न और बीजेपी का विजय रथ

जब परिणाम आए तो बीजेपी कार्यकर्ताओं के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी। ये सिर्फ चुनाव की जीत नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री धामी की रणनीति, उनकी मेहनत और उनकी कड़ी मेहनत का भी परिणाम था। इस जीत ने न सिर्फ बीजेपी को उत्तराखंड में एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित किया, बल्कि पुष्कर सिंह धामी को जनता के बीच एक सशक्त नेता के रूप में भी प्रस्तुत किया। जैसे ही नतीजे घोषित हुए बीजेपी के कार्यालय में खुशी की लहर दौड़ी। कार्यकर्ताओं ने होली और दिवाली का जश्न मनाया। धामी के नेतृत्व में बीजेपी के विजय रथ ने कांग्रेस को हर मोर्चे पर धूल चटाई, और बीजेपी कार्यकर्ताओं में एक नई उम्मीद और जोश का संचार हुआ।

अगले चुनाव के लिए बीजेपी हुई और भी मजबूत

उत्तराखंड में बीजेपी की इस शानदार जीत को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निकाय चुनावों में एक और ऐतिहासिक विजय दर्ज की है। उनका नेतृत्व, चुनावी रणनीति और कार्यकर्ताओं का जोश, बीजेपी के विजय अभियान को नई ऊंचाइयों तक ले गया। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी इस जोश और गति को कैसे बरकरार रखती है।

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अपडेटेड 10:33 IST, January 27th 2025