पब्लिश्ड 17:32 IST, May 3rd 2024
Maharashtra: संजय निरुपम शिवसेना में आए, CM शिंदे ने कराया शामिल,पिछले महीने की थी कांग्रेस से बगावत
कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम ने शिवसेना में शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा की। शुक्रवार को CM एकनाथ शिंदे ने उन्हें शिवसेना में शामिल करवाया।
Sanjay Nirupam Join Shivsena: महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता संजय निरुपम ने शिवसेना ज्वाइन कर ली है। संजय निरुपम को आधिकारिक तौर पर शुक्रवार को एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में शामिल कराया। 20 साल पहले संजय निरुपम ने शिवसेना पार्टी (अविभाजित) से नाता तोड़ दिया था।
कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम ने शुक्रवार को शिवसेना में शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा की। निरुपम ने कहा, 'मैंने आज शिवसेना में शामिल होने का निर्णय लिया है।'
पिछले महीने कांग्रेस ने निरुपम को निकाला था
कांग्रेस ने पिछले महीने निरुपम को 'अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों' के लिए 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। वो मौजूदा चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन महा विकास अघाड़ी के बीच सीट-बंटवारे समझौते के तहत ये सीट शिवसेना (यूबीटी) की झोली में गिर गई। इसका संजय निरुपम ने खुलकर विरोध किया था। इसके चलते कांग्रेस ने उन्हें निकाल दिया था। बाद में संजय निरुपम ने खुद भी कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की थी।
कौन हैं संजय निरुपम?
संजय निरुपम ने 1990 के दशक में पत्रकारिता छोड़कर राजनीति में एंट्री ली थी। वो अविभाजित शिवसेना के हिंदी मुखपत्र मुंबई स्थित 'दोपहर का सामना' के संपादक थे। उनके काम से प्रभावित होकर शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने उन्हें 1996 में राज्यसभा भेजा। जब शिवसेना मुंबई के उत्तर भारतीय मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश कर रही थी, तब निरुपम उसका फायरब्रांड चेहरा बनकर उभरे। हालांकि, उन्हें तब झटका लगा जब 2005 में उन्हें राज्यसभा सदस्य के रूप में पद छोड़ने के लिए कहा गया। बाद में मतभेद उभरे, नतीजन 2005 में निरुपम ने शिवसेना छोड़ दी और फिर कांग्रेस में चले गए।
उन्होंने 2009 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में राम नाइक को हराकर मुंबई उत्तर सीट से लोकसभा चुनाव जीता था। हालांकि 2014 में उन्हें उसी निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के गोपाल शेट्टी के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। मुंबई नगर निकाय के 2017 के चुनावों में पार्टी की हार के बाद निरुपम ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद निरुपम ने एमवीए गठबंधन का विरोध किया था, जिसमें वैचारिक रूप से असंगत कांग्रेस और शिवसेना (अविभाजित) शामिल थे, जिसका नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे थे।
अपडेटेड 17:32 IST, May 3rd 2024