sb.scorecardresearch
Advertisement

Published 23:39 IST, November 10th 2024

AIUMB की मांगों पर नितेश राणे की 2 टूक, कहा-'ये हमारा देश है, पाकिस्तान-तालिबान नहीं; इनको जेल ...'

बीजेपी नेता नितेश राणे ने आगे कहा कि इस तरह मांग हमारे देश में हिंदू देश में ये कर रहे हो तो इनको तो एक मिनट देश में नहीं रखना चाहिए इनको जेल में डाल देना चाहिए

Reported by: Ravindra Singh
Follow: Google News Icon
  • share
Advertisement

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सियासी पार्टियां अपनी रोटियां सेकने में लगी हुई हैं। महाराष्ट्र की ऑल इंडिया उलमा बोर्ड (AIUMB) ने महाविकास अघाड़ी (MVA) को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में समर्थन देने के लिए सूबे के मुस्लिमों को 10 फीसदी आरक्षण, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध और  वक्फ बोर्ड बिल में संशोधन विधेयक के विरोध सहित 17 मांगें रखी हैं। अब भारतीय जनता पार्टी के नेता नितेश राणे ने उलेमा बोर्ड की इन मांगों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। नितेश राणे ने कहा कि उलेमा बोर्ड के लोग पाकिस्तान और अफगानिस्तान चले जाए, उलेमा बोर्ड के लोग को जेल मे डाला जाये। हमारा देश हिंदू देश हैं।


बीजेपी नेता नितेश राणे ने आगे कहा कि इस तरह मांग हमारे देश में हिंदू देश में ये कर रहे हो तो इनको तो एक मिनट देश में नहीं रखना चाहिए इनको जेल में डाल देना चाहिए। ये लोग ऐसी हिम्मत हमारे देश में कैसे कर सकते हैं? यह पाकिस्तान, अफगानिस्तान या तालिबान नहीं है कि मुसलमानों के बारे में इतनी सारी वह मांग करेंगे। ये लोग ऐसी मांग का जो सपना देख रहे होंगे उसके लिए उन्हें हमारा देश छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए, नहीं तो 23 नवंबर के बाद हम उनका जीना मुश्किल कर देंगे। उलेमा बोर्ड के लोगों की इतनी औकात नहीं है कि वह किसी हिंदुत्व वादी कार्यकर्ता को अरेस्ट कर सके। हमारा देश हिंदू राष्ट्र है। कोई भी हिंदुत्व वादी कार्यकर्ता के ऊपर यह लोग गंदी नजर से देखेंगे तो उनका जीना मुश्किल हो जायेगा।


लाउडस्पीकरों को लेकर बोला था 'ये उनके अब्बा का पाकिस्तान नहीं'

इसके पहले भी नितेश राणे ने मस्जिदों पर लाउडस्पीकर को लेकर जोरदार हमला बोला था। राणे ने कहा था, 'मस्जिदों पर जो लाउडस्पीकर लगे हैं, वे सभी अवैध हैं। वे हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हैं। अगर नवरात्रि या गणेश चतुर्थी जैसे हमारे त्योहारों के दौरान हिंदुओं को रात 10 बजे के बाद संगीत बजाने की अनुमति नहीं है, तो मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों पर भी यही नियम लागू होना चाहिए, जिन्हें अक्सर दिन में पांच बार बजाया जाता है। ये उनके अब्बा का पाकिस्तान नहीं है। वे यहां आकर लाउडस्पीकर नहीं बजा सकते।'


कब और किसने की थी AIUMB की स्थापना?

उलेमा बोर्ड या ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड (AIUMB) को सुन्नी मुसलमानों की एक संस्था है जिसका नाम है अखिल भारतीय उलेमा एवं मशाइख बोर्ड (AIUMB)साल 1989 में इस बोर्ड की स्थापना की गई थी। इस संस्था का लक्ष्य था कि ये समाज में सभी वर्गों के लोगों को एक साथ लेकर चलेगा। इस संस्था का लक्ष्य ये भी था कि ये देश में शांति और सद्भाव को बनाए रखेगी। इस संस्था का मुख्य कार्यालय देश की राजधानी दिल्ली में स्थित है। इस संस्थान की स्थापना मोहम्मद अशरफ किछौछवी नाम के शख्स ने की थी।


आखिर क्यों की गई AIUMB की स्थापना?

महाराष्ट्र चुनाव में अचानक से सुर्खियों में आए वाली संस्था अखिल भारतीय उलेमा एवं मशाइख बोर्ड (AIUMB) की स्थापना क्यों की गई। ये सवाल हर किसी के दिमाग में कौंध रहा है। जब इसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर देखा गया तो इसमें बताया गया है कि इस संस्थान की स्थापना इस्लाम के शांति के संदेश को लोकप्रियता दिलाने के लिए और देश में समुदाय और मानवता को शांति देने के उद्देश्य के लिए की गई है। वेबसाइट में आगे बताया गया है कि AIUMB पूरी दुनिया में सुन्नी सूफी संस्कृति का प्रचार-प्रसार करने का प्रयास कर रहा है। वेबसाइट में आगे बताया गया है कि इसमें दरगाहें, मस्जिद खानकवाह और आध्यात्मिकता के ऐसे श्रोतों के बारे जानकारी दी गई है कि यहां भगवान की पूजा के साथ-साथ शांति सौहार्द और भाईचारे के उद्देश्य के लक्ष्य को पूरा करने का के लिए की गई है। 

यह भी पढ़ेंः आर-पार के मूड में नितेश राणे, कहा- 23 नवंबर को मस्जिदों से लाउडस्पीकर खुद ही निकाल लें वरना...

23:29 IST, November 10th 2024