पब्लिश्ड 11:51 IST, November 4th 2024
'मर्द की औलाद था तो...' अजित पवार पर भड़क गए चाचा शरद की पार्टी के नेता जितेंद्र आव्हाड
मुंब्रा-कलवा में रैली को संबोधित करते हुए जितेंद्र आव्हाड ने अजित पवार पर टिप्पणी की और कहा कि एनसीपी नेता पॉकेटमार हैं। उनकी पार्टी पॉकेटमारों की टोली है।
Maharashtra News: जितेंद्र आव्हाड एनसीपी में दो फाड़ के बाद से अजित पवार के खिलाफ मुखर रहे हैं। वो कई बार अजित पवार की आलोचना कर चुके हैं। हालांकि एनसीपी (शरद पवार) पार्टी के नेता और मुंब्रा-कलवा विधायक जितेंद्र आव्हाड ने इस बार महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों से पहले अजित पवार को लेकर आपत्तिजनक बयान दे डाला है।
मुंब्रा-कलवा में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए जितेंद्र आव्हाड ने अजित पवार पर टिप्पणी की और कहा कि एनसीपी नेता पॉकेटमार हैं। उनकी पार्टी पॉकेटमारों की टोली है। जितेंद्र आव्हाड ने आगे कहा कि अगर तुम्हारे में हिम्मत थी ना, मर्द की औलाद था अजित पवार तो दूसरा चुनाव चिन्ह ढूंढ लेता है।
ये पॉकेटमारों की टोली है- जितेंद्र आव्हाड
जितेंद्र आव्हाड ने अपने बयान में कहा- 'ये राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी किसकी थी। शरद पवार को एक दिन अजित पवार आता है और धक्का मारकर बाहर निकाल देता है। जाते-जाते उसके हाथ से घड़ी भी छीन लेता है। ये पॉकेटमारों की टोली है। अगर तुम्हारे में हिम्मत थी ना, मर्द की औलाद था अजित पवार तो दूसरा चुनाव चिन्ह ढूंढ लेता है। अगर अजित पवार कहता कि मैं दूसरा चुनाव चिन्ह ढूंढ लेता हूं और चुनाव लड़ता हूं, तब हम उसको मर्द कहते। उसने अपने चाचा का चिन्ह चुराया है और वो अब उसे चुराकर मेरा-मेरा कहते घूम रहे हैं।'
शरद पवार को लेकर जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि 'जनता को पता है असलियत क्या है। जिस आदमी को किस कैंसर हुआ था, जिसकी हड्डी टूट गई थी और आदमी आज भी 18 घंटे काम करके एक विचाराधारा के खिलाफ लड़ रहा है। वो बोल रहा है कि महाराष्ट्र में बदलाव लाकर दिखाएंगे। वो आदमी शरद पवार है। वो मोदी और अमित शाह के सामने नहीं झुके।' शरद के बयानों का भी जितेंद्र आव्हाड ने जिक्र किया और बताया कि 'उन्होंने (शरद) कहा था, जिसको जाना है जाओ, मैं किसी को रोकूंगा नहीं। मैं अकेला लड़ूंगा, जाउंगा नहीं। तुमको मैं जाने से रोकूंगा नहीं। मेरे में इतनी हिम्मत है कि नौजवानों के बीच में जाकर एक नया शरद पवार तैयार करूंगा, जो महाराष्ट्र का नेता बन जाए।'
अजित पवार को मिला था NCP का घड़ी सिंबल
असल में जब शरद पवार और अजित पवार की लड़ाई में एनसीपी पार्टी दो फाड़ हुई थी तो बाद में चुनाव आयोग ने नंबर के हिसाब से अजित पवार के पक्ष में फैसला दिया था। पार्टी के साथ साथ चुनाव चिन्ह पर अजित पवार गुट को मिला था। हालांकि शरद पवार इसका विरोध करता रहा है, क्योंकि पार्टी संयोजक होने के नाते वो सिंबल पर दावा ठोकते रहे हैं।
महाराष्ट्र चुनावों से पहले 'घड़ी' सिंबल के मामले में शरद पवार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की, जिसका फैसला आना बाकी है। हालांकि तब तक अजित पवार के पास ही 'घड़ी' सिंबल रहेगा, लेकिन साथ में डिस्क्लेमर लिखने की शर्त है।
अपडेटेड 11:51 IST, November 4th 2024