Published 10:11 IST, April 3rd 2024
UP: बदायूं सीट पर शिवपाल ने बढ़ाई अखिलेश यादव की टेंशन, खुद नहीं बेटे आदित्य को उतारने की पैरवी
शिवपाल सिंह यादव ने अपनी जगह बदायूं से बेटे आदित्य यादव को चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव पारित किया है, जिसे अब सपा मुखिया अखिलेश यादव को भेजा जाएगा।
Budaun News: उत्तर प्रदेश की बदायूं सीट से जब धर्मेंद्र यादव की जगह शिवपाल सिंह यादव को टिकट मिला तो शुरुआत से ही दिखा कि अखिलेश यादव के चाचा खुश नहीं हैं। क्योंकि उम्मीदवार बनाए जाने के बावजूद वो अपने क्षेत्र में शुरु में प्रचार करने तक नहीं गए थे। खैर, वजह जो भी हो, लेकिन शिवपाल यादव ने बदायूं से अपने बेटे का प्रस्ताव देकर इस नाखुशी को जगजाहिर जरूर कर दिया है। शिवपाल यादव के इस प्रस्ताव से समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव की टेंशन बढ़ चुकी है।
शिवपाल सिंह यादव ने अपनी जगह बदायूं से बेटे आदित्य यादव को चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव पारित किया है, जिसे अब सपा मुखिया अखिलेश यादव को भेजा जाएगा। जब पूछा गया कि आदित्य यादव बदायूं से चुनाव लड़ेंगे तो शिवपाल सिंह यादव कहते हैं- 'गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र के बबराला सम्मेलन में प्रस्ताव पारित कर दिया गया है। सम्मेलन में कार्यकर्ताओं ने प्रस्ताव पारित कर दिया है। अब ये प्रस्ताव राष्ट्रीय नेतृत्व के पास जाएगा, राष्ट्रीय नेतृत्व की सहमति बननी चाहिए।' मतलब साफ है कि शिवपाल यादव खुद बदायूं से चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है।
बदायूं से जीतने का दम भर रहे थे शिवपाल
इसके पहले शिवपाल यादव बदायूं से जीतने का दम भर रहे थे। मैनपुरी में जब पूछा कि भतीजे (धर्मेंद्र यादव) की टिकट काटकर आपको दी है, किस तरह का होगा बदायूं का चुनाव? इस पर जवाब देते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि पार्टी का आदेश मिला। मैं बदायूं जा रहा हूं और बदायूं की सीट को जीतकर आऊंगा। उन्होंने ये भी कहा कि समाजवादी पार्टी के सभी प्रत्याशी जीतेंगे। कई ऐसी सीट है, जिस पर प्रत्याशी तक बीजेपी को नहीं मिल रहे हैं।
जब शिवपाल बदायूं से टिकट मिलने के बाद पहली बार दौरा करने जा रहे थे, तो उन्होंने शायराना अंदाज में भी अपनी बात रखी थी। शिवपाल ने 'X' पर लिखा था- 'आज से बदायूं लोकसभा क्षेत्र में जनसम्पर्क हेतु यात्रा पर हूं। मेरा इस क्षेत्र से दशकों पुराना आत्मीय रिश्ता है। मन में बदायूं से जुड़े ढेरों किस्से और यादें हैं।' बदायूं पहुंचने से पहले शिवपाल यादव ने लिखा- 'शकील बदायूनी साहब के शब्दों में...कैसे कह दूं कि मुलाकात नहीं होती है, रोज मिलते हैं मगर बात नहीं होती है।'
बदायूं से धर्मेंद्र यादव की जगह शिवपाल को मिला टिकट
समाजवादी पार्टी ने बदायूं से पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव का टिकट काटकर शिवपाल को प्रत्याशी बनाया है। बदायूं लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ रही है। 1996 से 2009 तक इकबाल शेरवानी सपा सांसद रहे। फिर 2009 में मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव बदायूं से चुनाव लड़े और सांसद बने। 2014 में भी धर्मेंद्र यादव इसी लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे, लेकिन बीजेपी उम्मीदवार संघमित्रा मौर्य की 2019 में जीत से तस्वीर बदल चुकी है। मौजूदा परिस्थितियों में सपा के लिए बदायूं में हालात अनुकूल दिखाई नहीं पड़ते हैं।
शिवपाल के प्रस्ताव पर धर्मेंद्र यादव क्या बोले?
सपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव से जब पूछा कि शिवपाल सिंह यादव ने मंच से कहा है कि यहां (बदायूं) आदित्य यादव चुनाव लड़ेंगे। इस पर जवाब में धर्मेंद्र कहते हैं- ‘पार्टी का जो भी फैसला होगा, मुझे तो और खुशी होगी। चाचा के लिए काम करने में थोड़ी हिचक रहती है, आदित्य के लिए और ज्यादा काम करेंगे।’
Updated 10:11 IST, April 3rd 2024