Published 15:26 IST, April 11th 2024
लोकसभा चुनाव: छिंदवाड़ा कमलनाथ के लिए क्यों बनी चुनौती? बेटे नकुल के लिए लगा रहे एड़ी चोटी का जोर
छिंदवाड़ा में नकुल नाथ को भाजपा के युवा नेता विवेक साहू टक्कर दे रहे हैं। क्या गढ़ बचाने में कामयाब होगा नाथ परिवार!
Kamal Nath: क्या अपने गढ़ में कमल नाथ जीत का परचम एक बार फिर लहरा पाएंगे? इस बार कांग्रेस के टिकट पर बेटे नकुल मैदान में हैं। दांव पर सालों से बनाई साख है! इस बीच छिंदवाड़ा की सड़कों पर जो दिख रहा है वो सियासी गलियारों में चर्चा का सबब बन गया है।
कमल नाथ हों, बेटे नकुल हों या फिर बहू प्रिया सब एक सुर में इमोश्नल अपील कर रहे हैं। नाथ फैमिली को खुद पर भरोसा है शायद यही वजह है कि प्रचार गाड़ियों पर कमल नाथ और नकुल नाथ का कद बड़ा और जिस दल से आते हैं उसका चेहरा छोटा दिख रहा है। वहीं बीजेपी की स्ट्रैटजी अलग है।
बयान बताते हैं नाथ फैमिली के विचार
कमलनाथ के बेटे ने हाल ही में रामबाग की नुक्कड़ सभा में जनता से एक इमोशनल बात की। खालिस जज्बात थे। पिता का काम याद दिलाया और आगे भी ऐसा करते रहने का दावा किया। कहा था- ‘कमलनाथ जी ने अपनी पूरी जवानी छिंदवाड़ा के विकास के लिए समर्पित कर दी। मैं भी छिंदवाड़ा के विकास के लिए अपनी पूरी जवानी समर्पित करने को तैयार हूं।’
ये इमोशनल अपील इसलिए भी क्योंकि हाल ही में छिंदवाड़ा के कई दिग्गज और कमलनाथ के खास उन्हें छोड़कर निकल गए। विधायक, महापौर, पूर्व मंत्री, पार्षद ही नहीं कई कार्यकर्ता भी कांग्रेस छोड़ भाजपा के हो गए। हाल ये है कि बरसों का साथ छोड़ भाजपा का झंडा उठा कर आगे बढ़ रहे हैं।
फैमिली इसे धोखा मान सहानुभूति में बदलने का प्रयास कर रही है। वैसे ही जैसे हाल ही में प्रिया नाथ ने किया था। कार्यकर्ताओं के बीच कहा था- जब मैं पिता (ससुर) कमलनाथ जी को देखती हूं तो बहुत दुख होता है। जिन्हें हमने अपना समझा, अपने परिवार की तरह प्यार दिया, कमलनाथ जी ने आशीर्वाद दिया, जब उनकी अग्निपरीक्षा का समय आया तो उन्होंने धोखा दिया।'
साख दांव पर...
छिंदवाड़ा हॉट सीट है। कमल नाथ का गढ़। एक बार नहीं बल्कि 9 बार यहां से सांसदी जीती। अब बेटा मैदान में है। भाजपा के लिए भी अहम है। तभी तो शिवराज सिंह ने 'मिशन 29' की शुरुआत इसी क्षेत्र सी की। कार्यकर्ताओं और आम लोगों से एक ही अपील की कि वो चाहते हैं पीएम के गले में इस बार मध्य प्रदेश से 29 सीटों की जीत का हार पहनाएं। कमल नाथ की साख दांव पर है। इस बार मामला थोड़ा सा अलग है। साथ खड़े बड़े से लेकर आम लोग तक नहीं हैं। डगर कठिन हैं। इसलिए तो अपने कामों का लेखा जोखा गिनवा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था- ‘जो बच्चे सातवीं तक पढ़े हैं उनके लिए भी मैंने रोजगार की व्यवस्था की है… मैंने स्किल डेवलपमेंट सेंटर खुलवाए… मैंने छिंदवाड़ा में 6000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें बनवाई… हाईवे बनवाए...मैं आखिरी सांस तक छिंदवाड़ा की सेवा करता रहूंगा।
प्रचार गाड़ी में कांग्रेस दिग्गज गायब
कांग्रेस और बीजेपी की प्रचार गाड़ी में जो दिखता है वो नाथ फैमिली के कॉंफिडेंस और आलाकमान को इशारों इशारों में अपना कद बताने की ओर इशारा करता है। बीजेपी जमीन पर अपने मुख्य चेहरे यानि प्रधानमंत्री मोदी के साथ है तो कांग्रेस की प्रचार गाड़ी में न मल्लिकार्जुन खड़गे, न राहुल गांधी और न सोनिया गांधी दिखती हैं। कांग्रेस की ओर से इस क्षेत्र में अब तक कोई बड़ी जनसभा भी नहीं हुई है वो भी तब जब पहले चरण में ही यहां वोट डाले जाने हैं!
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Updated 15:45 IST, April 11th 2024